आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का 59वां जन्मदिन है. 59 साल के शिंदे ने अपने जीवन में फर्श से अर्श तक का सफर देखा है. पॉलिटिक्स में कदम रखने से पहले शिंदे ऑटो चलाते थे. किसे पता था कि सतारा की सड़कों पर ऑटो चलाने वाला लड़का एक दिन पूरे राज्य की राजनीति को हिलाकर रख देगा. चलिए आपको बताते हैं किस तरह शिंदे ने राजनीति में कदम रखा था.
बता दें कि, शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को महाराष्ट्र के सतारा जिले में हुआ था. उन्होंने 11वीं कक्षा तक ठाणे में ही पढ़ाई की और बाद में ऑटो चलाने लगे. कुछ साल ऑटो चलाने के बाद वह शिवसेना से जुड़े और एक आम कार्यकर्ता के रूप में काम करने लगे. जब पार्टी को काम पसंद आया तो शिंदे को साल 1997 में शिवसेना ने ठाणे नगर निगम चुनाव में पार्षद का टिकट दिया. चुनाव में उन्हें भारी मतों से जीत हासिल हुई.
पहले आए उद्धव ठाकरे के करीब
इसके बाद हर चुनाव में जीत हासिल की. बेहतरीन काम और जनता में पकड़ देखते हुए वह पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नजरों में आ गए थे. जिले के बाद राज्य में उनका नाम होने लगा था. उद्धव ठाकरे के साथ भी उनके रिश्ते काफी अच्छी बनते चले गए. इसके बाद मानों शिंदे ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और राजनीति में आगे बढ़ते चले गए. उन्हें पार्टी जिस भी सीट से टिकट देती वो वहीं से जीत का परचम लहराते.
विधायकों से अच्छी जमती थी
केवल चुनाव ही नहीं वह जनता से जुड़े तमाम मुद्दों को लेकर भी हमेशा सक्रिय रहते थे. शिंदे पार्टी की तरफ से सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को लेकर कई आंदोलनों में सबसे आगे रहे थे. इसके बाद वह 2004 में पहली बार शिवसेना के टिकट पर विधानसभा पहुंचे और फिर 2009, 2014 और 2019 में भी वह लगातार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए. उनकी विधायकों के साथ बेहत अच्छी जमती थी. यही कारण रहा कि वह साल 2022 में उद्धव ठाकरे की सरकार पलटने में कामयाब रहे.
संजय राउत ने दी जन्मदिन की बधाई
तमाम राजनीतिक हथकंडों के बाद वह अपने करीबी उद्धव ठाकरे की गद्दी छीनने में कामयाब हुए. उन्होंने पार्टी में अपना खुद का एक मजबूत समर्थन आधार विकसित कर लिया था. वह पार्टी से जुड़े छोटे कार्यकर्ताओं से भी खूब बनाकर रखते थे. उनके जन्मदिन के मौके पर उन्हें शिवसेना सासंद संजय राउत ने भी अलग अंदाज में जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि “मेरे सहयोगी के रूप में और एक व्यक्ति के रूप में हम जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हैं. हम राजनीतिक दुश्मन हैं और हमेशा दुश्मन रहेंगे लेकिन अगर किसी का बर्थडे है तो उन्हें विश करना चाहिए.