
मुंबई: सरकारी कामकाज तेजी से व पारदर्शक पद्धति से होने के लिए अब मंत्रालय में मध्यवर्ती डाक केंद्र का निर्माण किया गया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों आज इस केंद्र का उद्घाटन किया गया है. इस केंद्र के उद्घाटन अवसर पर शालेय शिक्षा व मराठी भाषा मंत्री दीपक केसरकर, सहकार, अन्य पिछड़ा व बहुजन कल्याण मंत्री अतुल सावे, राज्य उत्पादन शुल्क मंत्री शंभूराज देसाई, पर्यटन, कौशल विकास एवं उद्योजकता, महिला व बाल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढा समेत विधानसभा सदस्य और मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव, सामान्य प्रशासन विभाग की अपर मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, सूचना एवं जनसंपर्क महासंचालनालय की महासंचालक जयश्री भोज एवं संबंधित उपस्थित थे. राज्यभर की आम जनता उनके ज्ञापन व डाक लेकर मंत्रालय में आते है. क्षेत्रीय कार्यालयों के कर्मचारियों के द्वारा भी डाक प्राप्त होता है. इस डाक का तेज गति से बटवारा होकर आगे की कार्यवाही संबंधित विभागों की ओर से होकर वह डाक पहुँचाने के लिए मंत्रालय के मुख्य प्रवेशद्वार पर मध्यवर्ती डाक केंद्र का निर्माण किया गया है. इस केंद्र में संबंधित विभाग ने स्वीकृत किये हुए डाक स्कॅन कर वह संबंधित प्रशासकीय विभाग के पंजीकरण शाखा को ई-ऑफिस के द्वारा ऑनलाईन भेजे जाएंगे. इसके लिए प्रत्येक विभाग के लिए स्वतंत्र ई-खाता एनआयसी ( NIC) के जरिये तैयार किया गया है. इसके द्वारा संबंधित विभाग की ओर भेजे गए डाक की रिसीद (पोहोच) संबंधितों को उनके मोबाईल पर मिलेगी, जिससे नागरिकों के समय की भी बचत हो सकेगी. साथ ही एक ही स्थान पर सभी विभागों के डाक स्वीकार किये जाने से प्रशासकीय गति बढने में भीम दद होगी. पंजीकरण (नोंदणी) शाखा को ई-ऑफिस प्रणाली के द्वारा ऑनलाईन भेजे गए डाक पर संबंधित विभाग द्वारा ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से ही कार्यवाही होगी. मंत्रालयीन प्रशासकीय विभाग एवं क्षेत्रीय कार्यालयों के जरिये भेजे गए जो भी डाक (उदा. नकाशे, पुस्तकें आदि ) ई-ऑफिस के माध्यम से भेजना संभव नहीं होगा, ऐसे डाक यहां पर समक्षता से स्वीकार किए जाएंगे.