Tuesday, December 3, 2024
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बीएमसी नगर अभियंता कार्यालय बना दलालों का अड्डा!

सालों से अभियंताओं की बदली नहीं, मनचाहे जगह पर बदली के लिए में दलालों का सहारा

वी बी माणिक
मुंबई।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) में अभियंताओं की बदली अब दलालो और पूर्व नगरसेवकों द्वारा धड़ल्ले से टेंडर द्वारा जारी हैं! आजकल बीएमसी के नगर अभियंता गिरीश निकम के कार्यालय में दलालो और पूर्व नगरसेवकों का जमावड़ा लगा रहता है। कुछ नगरसेवक तो अपना कार्य फोन पर करते है। बता दें कि बीएमसी वार्डो में पिछले दस वर्षों से बहुत सारे कनिष्ठ अभियंता, दुय्यम अभियंता व सहायक अभियंताओ की बदली की ही नही गयी। वह एक ही जगह पर कार्य कर रहे है और कुछ तो दलालो के माध्यम से टेंडर भरकर अपनी बदली मन चाही जगहों पर करवा रहे है। अगर कोई अभियंता अपना ट्रांसफर सीधे नगर अभियंता कार्यालय से करवाना चाहे तो नही होता है। बीएमसी के सभी २४ वार्डो की स्थिति काफी दयनीय होती जा रही है। इसके पीछे डायरेक्टर अतुल पाटिल का आशीर्वाद बताया जा रहा है। क्योंकि अतुल पाटिल इसके पहले नगर अभियंता के पद पर कार्यरत थे पाटिल को प्रमोशन देकर डायरेक्टर की कुर्सी पर बैठा दिया गया है। इसके पीछे आयुक्त इकबाल सिंह चहल है, चहल को कमाने वाला व्यक्ति चाहिये! जो बीएमसी का काम कम और अवैध वसूली ज्यादा कर सके। वहीं सूत्रों का दावा हैं कि पाटिल वसूली में काफी माहिर है। वसूली पहले भी बीएमसी में होती थी पर जब से चहल ने आयुक्त का पदभार संभाला है। तब से वसूली ज्यादा बढ़ गयी है। मुंबई के नागरिक काफी अचंभित है। बीएमसी वार्डो में बैठे अभियंता अवैध निर्माणों को नोटिस देकर वसूली कर रहे हैं परिरक्षण विभाग के अभियंता टेंडर में कमिशन खोरी कर रहे हैं। कई वार्ड में कई महीनों से सहायक आयुक्त नहीं हैं प्रभारी देख रहे हैं विभाग। जिसके चलते वार्ड में बिना शुल्क के कोई कार्य नही हो रहा है!

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