
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में क्या खिचड़ी पक रही है? ये चर्चा हर किसी की जुबान पर है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन के बाद पहली बार पूरा पवार परिवार दिवाली समारोह के लिए एक साथ आया। बारामती में मिलने की परंपरा से हटकर, परिवार प्रताप पवार के घर पर एकत्र हुआ, जो शरद पवार के छोटे भाई और एक उद्योगपति हैं। इस मौके पर शरद पवार और अजित पवार दोनों मौजूद थे। शरद पवार से मुलाकात के बाद अजित अचानक राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हो गए। जहां पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह मुलाकात मराठा समुदाय द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट और एनसीपी पर दावे को लेकर निर्वाचन आयोग के समक्ष सुनवाई के बीच हुई है। एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष पटेल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘दिल्ली में माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के साथ एक सार्थक बैठक हुई और दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। शिष्टाचार भेंट करने और त्योहार की खुशियां साझा करने के अवसर के लिए आभारी हूं।
बैठक में सुनील तटकरे भी थे मौजूद
बैठक में पवार के साथ पटेल और लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे भी थे। जून में, एनसीपी के कुल 53 में से 40 से अधिक विधायकों के समर्थन के साथ और अपने चाचा तथा पार्टी प्रमुख शरद पवार को छोड़कर अजित पवार महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए थे। अजित पवार ने इसके बाद पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर अपना दावा जताया। इस मामले पर निर्वाचन आयोग सुनवाई कर रहा है।
प्रफुल्ल पटेल ने कही ये बातें
इस दौरे की जानकारी एनसीपी अजित पवार गुट के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने ट्वीट कर दी। पटेल ने आज अमित शाह से मुलाकात की। इस यात्रा के अवसर पर उन्होंने अमित शाह को दीपावली की शुभकामनाएं भी दी। पटेल ने कहा, इसके अलावा, कुछ अच्छी चर्चाएं भी हुईं। इस बैठक के बाद मजराष्ट्र की राजनीति का पारा चढ़ गया है। बता दें, अमित शाह से मिलने से पहले अजित पवार और शरद पवार की भी एक मुलाकात पुणे में हुई थी। यह मुलाकात बाणेर में प्रतापराव पवार के घर पर हुई थी।