
पुणे। पुणे के एक ठेकेदार अजीत उत्तम जाधव (33) का बीड बायपास के पास 18 जून की रात को उस समय अपहरण कर लिया गया जब वे शौच के लिए अपनी कार रोक कर खड़े थे। आरोपियों ने उन्हें बंदूक और चाकू की नोक पर अगवा कर लिया, कार में जबरन बैठाया और दौलताबाद की ओर ले जाते हुए उन पर हमला किया। इस दौरान उनसे 35,000 रूपए नकद, दो मोबाइल फोन, सोने की बाली और फोनपे के माध्यम से 69,000 रूपए ट्रांसफर करवा लिए गए। पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों- अक्षय उर्फ भैया रमेश वाहुल (24), कुणाल गौतम जाधव (26) और विनोद सुभाष शिंदे (21)को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से मौजूद है, जिनमें से अक्षय के खिलाफ 11 मामले और तीन बार एमपीडीए की कार्रवाई भी हो चुकी है। पीड़ित जाधव, जो पुणे के आलंदी स्थित चाकन रोड के निवासी हैं, ने बताया कि वह एमआईटी कॉलेज में लैंडस्केपिंग डिजाइनिंग का कार्य समाप्त करने के बाद होटल में खाना खाकर अपने मित्र से मिलने जा रहे थे। रात लगभग 11:30 बजे वह बीड बायपास पर रुके और उसी समय तीनों आरोपी ट्रिपल-सीट बाइक पर वहां पहुंचे। उन्होंने जाधव को चाकू दिखाकर धमकाया और कार में बैठाकर बंधक बना लिया। अपहरण के बाद आरोपी लगातार जाधव से पैसे की मांग करते रहे और उसकी पत्नी को धमकाते हुए अतिरिक्त रकम मंगवाई। कुल 69,000 रूपए की ऑनलाइन ट्रांसफर के बाद, लुटेरों ने फिर से पैसों की मांग की। जब लेन-देन नहीं हो पाया, तो उन्होंने जाधव को फिर पीटा और उसे जान से मारने की धमकी दी। इस बीच जाधव की पत्नी ने अपने ससुर को सूचना दी, जिन्होंने पुलिस को सतर्क किया। पुलिस द्वारा कॉल किए जाने के बाद आरोपियों को शक हुआ और उन्होंने जाधव को फिर पीटा। मौका पाकर जाधव कार से बाहर निकल कर भाग निकले और एक दुकान के पीछे छिप गए। बाद में एक राहगीर की सहायता से उन्होंने पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। उसी रात इसी गिरोह ने दो अन्य लोगों से भी लूटपाट की जिसमें नकद 10,000 रूपए दो मोबाइल फोन और एक बायोमेट्रिक मशीन लूटी गई। इन अपराधों पर अलग मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।