मुंबई। तीन बार की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले और उनकी भाभी सुनेत्रा पवार ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले की बारामती लोकसभा सीट पर क्रमश: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) और राकांपा के उम्मीदवार के तौर पर अपना अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सुनेत्रा पवार के पति और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी इसी सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया है। राकांपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि सुनेत्रा पवार का नामांकन पत्र जांच में खरा नहीं उतरने या इसमें कोई विसंगति पाए जाने की स्थिति में एक अन्य विकल्प के तौर पर अजीत पवार को उम्मीदवार बनाया गया है। एनसीपी शरद पवार गुट की बारामती से उम्मीदवार सुप्रिया सुले ने कहा कि मेरा काम, मेरी योग्यता देखने के बाद मुझे पूरा भरोसा है कि जनता मेरे साथ जरूर खड़ी होगी। इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या पानी की है। इसलिए मुझे लगता है कि प्रशासन को आज इस सूखे पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। पवार परिवार के गढ़ बारामती में 7 मई को मतदान होगा। यहां कौंसिल हॉल में सुले के नामांकन पत्र दाखिल करने के वक्त कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट और विश्वजीत कदम सहित अन्य लोग यहां मौजूद थे। सुनेत्रा पवार के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल उपस्थित थे। सुनेत्रा पवार बरामती से पहली बार चुनाव लड़ अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत कर रही हैं।
पवार फैमिली का दबदबा-
बारामती लोकसभा सीट पर पवार फैमिली का दबदबा रहा है। इस सीट पर 10 बार इस फैमिली को जीत मिली है। साल 1984 आम चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार शरद पवार सांसद चुने गए थे। साल 1991 आम चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर अजित पवार को जीत मिली। इसके बाद साल 1991 उपचुनाव में शरद पवार सांसद चुने गए. साल 1996 आम चुनाव में शरद पवार फिर से सांसद बने। शरद पवार साल 1998, साल 1999 और साल 2004 आम चुनाव में सांसद चुने गए. साल 2009 आम चुनाव में पहली बार एनसीपी के टिकट पर सुप्रिया सुले बारामती लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं। साल 2014 आम चुनाव में सुप्रिया सुले दोबारा सांसद बनीं। साल 2019 आम चुनाव में सुप्रिया सुले ने इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई।