![](http://swarnimpradesh.in/wp-content/uploads/2024/05/download-6-2.jpg)
मुंबई। महाराष्ट्र के मुंबई में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और उसके परिवार के सदस्यों से ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर 5.14 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को जानकारी दी कि यह धोखाधड़ी एक ट्यूशन टीचर और चौकीदार के जरिए की गई। इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने साइबर ठगों को वित्तीय लेनदेन के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराए थे। यह मामला तब सामने आया जब अप्रैल में साकीनाका के रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने मुंबई अपराध शाखा की साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे जनवरी में एक ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया और उसे शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया। इसके बाद उसे एक कॉल आया जिसमें उसे प्रशिक्षण के लिए एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा गया। शिकायतकर्ता ने एप डाउनलोड कर ‘वर्चुअल अकाउंट’ बनाया और शेयरों की खरीद-फरोख्त में निवेश करना शुरू किया। शुरुआत में मुनाफा कमाने के बाद, उसके परिवार के सदस्यों ने भी इसमें निवेश करना शुरू किया और उन्होंने विभिन्न बैंक खातों में 5.14 करोड़ रुपये जमा किए। शिकायतकर्ता के ‘वर्चुअल अकाउंट’ में दिखा कि उन्होंने 87.85 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था, लेकिन वे इस रकम को निकाल नहीं पाए। पुलिस जांच के दौरान उन बैंक खातों की जांच की गई जिनमें पीड़ितों ने पैसे जमा किए थे। इनमें से एक खाता चौकीदार हमप्रीत सिंह रंधवा का था। रंधवा ने बताया कि ट्यूशन टीचर विमल प्रकाश गुप्ता ने उसके नाम पर बैंक खाता खोलकर साइबर जालसाजों को दिया था। इसके बाद पुलिस ने गुप्ता को गोरेगांव से गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान पता चला कि गुप्ता का ‘टेलीग्राम ऐप’ के जरिए साइबर जालसाजों से संपर्क हुआ था और जालसाजों ने उसे वित्तीय लेनदेन के लिए बैंक खाते खोलने में मदद करने के लिए पैसे देने का वादा किया था।