
मुंबई। मरीजों के इलाज के लिए ज़ीरो प्रिस्क्रिप्शन पॉलिसी लागू करते हुए मुंबई के केईएम अस्पताल में विस्तार के लिए आयुष्मान शताब्दी टॉवर बनाने का निर्देश उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिया है। “मुंबईकरों का आधार” कहे जाने वाले इस अस्पताल ने 100 वर्षों से निरंतर मरीजों की सेवा की है। उपमुख्यमंत्री शिंदे ने केईएम अस्पताल के शताब्दी महोत्सव के दौरान इस ऐतिहासिक योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। सेठ गोवर्धनदास सुंदरदास मेडिकल कॉलेज और केईएम अस्पताल के 99वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए श्री शिंदे ने कहा, “केईएम ने अपनी सेवा से लाखों लोगों को जीवनदान दिया है। मरीजों को जगह की कमी न हो, इसके लिए आयुष्मान शताब्दी टॉवर बनाया जाएगा। साथ ही, अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर, विधायक कालिदास कोलंबकर, सुनील शिंदे, बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी और अस्पताल की अधिष्ठाता डॉ. संगीता रावत सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। श्री शिंदे ने केईएम अस्पताल की ऐतिहासिक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि 1968 में भारत की पहली हृदय सर्जरी यहीं की गई थी। 2024 में हार्ट ट्रांसप्लांट और 1987 में देश का पहला टेस्ट ट्यूब बेबी डॉ. इंदिरा हिंदुजा द्वारा इसी अस्पताल में संभव हुआ। आधुनिक तकनीक से लैस यह अस्पताल आज भी नई दिशा और अंतरराष्ट्रीय मानकों की मिसाल कायम कर रहा है। शताब्दी महोत्सव के अवसर पर महानायक अमिताभ बच्चन ने फैटी लिवर क्लिनिक का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्हें ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया। उपमुख्यमंत्री ने इस पहल के लिए अमिताभ बच्चन का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में उपमुख्यमंत्री ने रुग्णालय में ज़ीरो प्रिस्क्रिप्शन पॉलिसी लागू करने और रुग्णालय के विस्तार हेतु नए टॉवर के निर्माण का आश्वासन दिया। साथ ही, डॉक्टरों के म्यूजियम बनाने का भी सुझाव दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।