
ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे शहर में सात लोगों ने खुद को बीमा और बैंक अधिकारी बता कर 62 साल के एक बुजुर्ग के साथ 16.73 लाख रुपये की कथित तौर पर धोखाधड़ी की। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि सेवानिवृत डाक कर्मचारी की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्होंने 2018 मे एक निजी एजेंसी से बीमा लिया था और वह 2021 में सेवानिवृत्त हो गए। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि पिछले चार से पांच वर्षों में उन्हें कई बार अलग-अलग नंबरों से फोन किए गए और फोन करने वालों ने खुद को बीमा नियामक विकास प्राधिकरण दिल्ली के अधिकारी बताये। शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्होंने सभी फोन कॉल की अनदेखी की। उन्होंने कहा मार्च में उन्हें फिर से फोन आया और कहा गया कि उनकी बीमा पॉलिसी में कुछ औपचारिकताएं अधूरी होने के कारण उन्हें इसका लाभ शायद नहीं मिल पाएगा। शिकायतकर्ता को फिर कथित तौर पर अलग-अलग नंबरों से फोन किए गए और फोन करने वालों ने खुद को बीमा अधिकारी, आरबीआई अधिकारी, बीमा लोकपाल बताते हुए कहा कि उनकी पॉलिसी आईआरडीए द्वारा फ्रीज कर दी गयी हें, और इस स्थिति में सुधार के लिए उन्हें एक राशि का भुगतान करना होगा। पीड़ित के अनुसार, उसने एक अवधि में 16.75 लाख का भुगतान किया, लेकिन भुगतान के बाद न तो पॉलिसी के पैसे आने के बारे में कोई जानकारी मिली और न ही आरोपियों से तमाम कोशिशों के बाद संपर्क हो पाया।