
मुंबई। मुंबई पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में बॉलार्ड पियर स्थित गोदाम से एचपी (HP), कैनन (Canon) और सैमसंग (Samsung) के नकली टोनर और इंक कार्ट्रिज के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह कार्रवाई कंपनी निदेशक गुलफराज अब्दुल करीम मकानी की औपचारिक शिकायत और ईआईपीआर (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से की गई। इस छापेमारी में 25.09 रूपए लाख मूल्य के नकली उत्पाद जब्त किए गए। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, नकली सामग्रियों का भंडारण मुंबई के कुम्था स्ट्रीट स्थित शिपिंग हाउस बिल्डिंग के ऑफिस नंबर 08 में किया जा रहा था। इनमें रिफिल टोनर, पैक किए गए टोनर, नकली एमआरपी स्टिकर, टोनर होलोग्राम और अन्य कच्चे माल शामिल हैं, जिन्हें असली ब्रांडों के नाम से बेचकर ग्राहकों को धोखा दिया जा रहा था। गुलफराज मकानी, जो पिछले 17 वर्षों से ईआईपीआर (इंडिया) प्रा.लि.से जुड़े हैं, को HP, Canon और Epson जैसी कंपनियों द्वारा नकली उत्पादों की पहचान करने और कानूनी कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया गया है। डीसीपी डॉ. प्रवीण मुंडे के निर्देश पर पीएसआई सूरज देवरे की अगुवाई में पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसमें चव्हाण, घाग और मोरे जैसे पुलिसकर्मी, कंपनी प्रतिनिधि और दो स्वतंत्र गवाह शामिल थे। 20 जून की रात 11:55 बजे छापेमारी के दौरान गोदाम से 33 वर्षीय जयसुख हरि रावड़िया को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह पिछले एक साल से बिना लाइसेंस नकली उत्पादों का कारोबार कर रहा था और किसी भी वैध दस्तावेज को प्रस्तुत नहीं कर सका। कंपनी के अधिकारियों ने मौके पर ही पुष्टि की कि सभी सामान नकली और घटिया गुणवत्ता के हैं।
छापेमारी के बाद, पुलिस ने फोरेंसिक जांच और अदालत में पेशी के लिए सभी उत्पादों के नमूने सील किए। शेष माल को डिब्बों में पैक कर गवाहों, पुलिस और आरोपी के हस्ताक्षर के साथ लेबल किया गया। रावड़िया को जब्त किए गए स्टॉक के साथ पुलिस स्टेशन ले जाया गया। गुलफराज मकानी ने कॉपीराइट अधिनियम, 1957 की धारा 51 और 63 के तहत आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। आरोपी पर HP, Canon और Samsung के नकली टोनर बेचने और कंपनियों के बौद्धिक संपदा अधिकारों का उल्लंघन कर अवैध रूप से लाभ कमाने का आरोप है। पुलिस ने पुष्टि की है कि मामले की विस्तृत जांच जारी है और अन्य संभावित दोषियों की तलाश भी की जा रही है।