बेगूसराय:(Begusarai) भव्य कलश शोभायात्रा के साथ रविवार से राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के पैतृक गांव सिमरिया में नौ दिवसीय सहस्त्र चंडी महायज्ञ शुरू हो गया। इस शोभा यात्रा में 551 कुमारी कन्या सहित सिमरिया एवं आसपास के हजारों लोग शामिल हुए।
शोभा यात्रा यज्ञ स्थल से प्रारंभ होकर मां काली मंदिर होते हुए सिमरिया पंचायत-दो के गंगा तट भोला स्थान पहुंचा। जहां आचार्य डॉ. विशंभर पाठक द्वारा कन्हैया कुमार, मुकेश कुमार उर्फ बिट्टू, मंटुन पोद्दार सहित नौ यजमान के साथ कलश पूजा वैदिक मंत्रों से संपन्न कराया गया। इसके बाद गंगाजल लेकर कलश यात्रा ग्राम भ्रमण करते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंचा।
यात्रा में कथावाचक पूर्व डीजीपी आचार्य गुप्तेश्वर पांडेय, अखिल भारतीय श्री पंच तेरे भाई त्यागी खालसा अयोध्या धाम के महंत परशुराम दास, महंत रामाज्ञा दास, मोनी बाबा, सूजा महंत शंकर दास, श्रीमंत पातेपुर स्टेट के युवराज विश्व मोहन राज सहित विभिन्न खालसा के एक सौ से अधिक साधु संत उपस्थित थे। कलश यात्रा में विभिन्न देवी-देवताओं की झांकी भी निकाली गई।
15 मई तक चलने वाली इस महायज्ञ के सांस्कृतिक मंच का शुभारंभ रविवार की देर शाम कला संस्कृति विभाग बिहार के विशेष सचिव सीमा त्रिपाठी करेंगे। इस अवसर पर डीएम रोशन कुशवाहा सहित अन्य उपस्थित रहेंगे। इससे पूर्व गुप्तेश्वर पांडेय राम कथा का शुभारंभ करेंगे एवं 15 मई तक लगातार रामकथा कहेंगे।
यज्ञ के दौरान सृष्टि फाउंडेशन द्वारा ओडिसी नृत्य के माध्यम से देवी भगवती के नौ रूपों की प्रस्तुति की जाएगी। जबकि वृंदावन की मंडली द्वारा रासलीला का आयोजन होगा। 12 मई को भजन सम्राट अनूप जलोटा अपने सुर का जलवा भी बिखेरेंगे। 15 मई को समापन के दिन तृप्ति शाक्या का कार्यक्रम होगा। इस दौरान 65 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा लगातार दुर्गा सप्तशती एवं वैदिक मंत्रोचार का पाठ चलता रहेगा। सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक स्तर के अलावा ग्रामीण स्तर से भी बड़ी संख्या में स्वयंसेवक तैनात किए गए हैं।