
नासिक। नासिक में शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व महानगर प्रमुख और सांसद संजय राउत के करीबी माने जाने वाले सुधाकर बडगुजर के भाजपा में शामिल होने की अटकलों ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। हाल ही में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते शिवसेना (यूबीटी) ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। इस संबंध में नासिक में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता दत्ता गायकवाड़ ने यह घोषणा की। बडगुजर की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात ने इस घटनाक्रम को और हवा दी, खासकर तब जब संजय राउत स्वयं नासिक दौरे पर थे।
बडगुजर ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने नगर निगम में खाली पदों को सिंहस्थ कुंभ मेले से पहले भरने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। यदि सिर्फ इसी वजह से कार्रवाई की जा रही है, तो यह अनुचित है। बडगुजर पहले भी विवादों में घिर चुके हैं। मई 2024 में वायरल हुए एक वीडियो में उन्हें 1993 मुंबई बम धमाकों के आरोपी सलीम कुत्ता के साथ नाचते हुए देखा गया था, जिसके बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की थी। बडगुजर ने दावा किया कि यह वीडियो पुराना है और उनका सलीम कुत्ता से कोई निजी संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में आने से पहले उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था। इतना ही नहीं, तीन साल पहले आरपीएआई के पदाधिकारी प्रशांत जाधव को गोली मारने के मामले में उनके बेटे दीपक बडगुजर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले के चलते सुधाकर बडगुजर को पुलिस ने निर्वासन नोटिस भी जारी किया था। इन सभी विवादों के बीच उनका भाजपा में संभावित प्रवेश नासिक की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकता है।