क्या हारने पर बीजेपी नहीं करवाएगी भगवान राम का दर्शन? चुनावी वादे पर चुनाव आयोग से एक्शन की उठाई मांग
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने मंगलवार को चुनाव आयोग से गुजारिश की कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करे। इसकी वजह ये है कि राउत का कहना है कि बीजेपी नेता राजनीतिक फायदे के लिए धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। शिवसेना सांसद ने इन दिनों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेताओं के जरिए दिए जा रहे बयानों पर ये कहा है। संजय राउत का ये बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब मध्य प्रदेश के गुना जिले में चुनाव प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने एक चुनावी वादा किया। अमित शाह ने गुना की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अगर राज्य में बीजेपी की दोबारा सरकार बनती है, तो वह अयोध्या में भगवान राम के दर्शन पर जाने का खर्च उठाएगी। अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में कथित रूप से बाधा डालने को लेकर कांग्रेस पार्टी की भी आलोचना की।
क्या बीजेपी हारने पर लोगों पर लगाएगी चार्ज
गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर संजय राउत ने कहा कि भगवान राम किसी एक क्षेत्र तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्हें मानने वाले पूरे देश और दुनिया में हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या इसका मतलब हम ये निकाले की अगर बीजेपी मध्य प्रदेश में हार जाती है, तो पार्टी राज्य के लोगों को दर्शन करने से रोक देगी या उन पर चार्ज लगा देगी क्योंकि उन्होंने बीजेपी को वोट नहीं दिया। पत्रकारो से बात करते हुए शिवसेना नेता ने कहा, ‘राम लला पूरे देश और दुनिया के हैं। क्या इसका मतलब यह है कि अगर आप मध्य प्रदेश में हार जाते हैं, तो आप मध्य प्रदेश के लोगों को दर्शन करने से रोक देंगे, क्योंकि उन्होंने आपको वोट नहीं दिया है या फिर उनसे चार्ज लेंगे?’ उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में किस तरह की राजनीति हो रही है? चुनाव आयोग को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। 230 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए 17 नवंबर को वोटिंग होने वाली है। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को की जाएगी। बीजेपी को उम्मीद है कि वह यहां पर सत्ता में लौट सकती है। मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है।