मुंबई। महाराष्ट्र के अकोला में हिंसा की आग भले ही शांत हो गई है, लेकिन पुलिस अब भी इलाके में फ्लैग मार्च कर रही है। शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस ने हिंसा के बाद प्राथमिकी दर्ज करते हुए १०० से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया है। हिंसा की असली वजह आखिर क्या थी, पुलिस ने अब इसका खुलासा कर दिया है। अकोला पुलिस की ओर से दर्ज प्राथमिकी में अरबाज नाम के शख्स का जिक्र किया गया है। पुलिस के मुताबिक, १२ मई को अरबाज ने देखा कि एक इंस्टाग्राम अकाउंट पेज पर ‘द केरला स्टोरी’ की फोटो पोस्ट हुई थी। इस फोटो को देखने के बाद अरबाज ने इस अकाउंट पेज को ‘रिपोर्ट दिस पेज’ लिखकर शिकायत की। यह सारी घटना १२ मई की है। इसके बाद शुक्रवार १३ मई की रात १ बजे अरबाज के अकाउंट पर अश्लील गाली-गलौज शुरू हो गई।
चैटिंग के जरिए दोनों के बीच शुरू हुआ विवाद
अरबाज का एक शख्स के साथ बहुत देर तक चैटिंग के जरिए विवाद होता रर्हा। इस चैट के स्क्रीनशॉट पुलिस ने प्राप्त किए र्हैं। इस चैट में अश्लील भाषा का इस्तेमाल हुआ र्है। वहीं, एक धर्म विशेष को लेकर कुछ विवादास्पद संदर्भ भी सामने आया र्है। गलती से इस चैट का ‘स्क्रीनशॉट’ अकोला के एक समुदाय में वायरल हो गया। इससे माहौल आक्रोशित हो गया। इस चैट में ‘xxxxx99988’ नाम के अकाउंट हैंडलर ने अरबाज से कहा कि ‘करण साहू के घर मिलने आ जाओ। इसी वजह से एक समुदाय ने ये सोच लिया कि अकोला में चैट करने वाला ‘xxxxx99988’ करण साहू ही है। इसीलिए करण साहू नाम की चर्चा शुरू हो गई कि वह ही इस मामले मे अपशब्द भाषा के लिए जिम्मेदार है। हालांकि, पुलिस ने एफआईआर में करण साहू नाम का जिक्र नहीं किया है। केवल वायरल हो रहे चैट में ये बातें सामने आई हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, करण साहू से पूछताछ की गई है। उसने कहा है कि उसका इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस के मुताबिक, अरबाज मोहतामिल इलाके में रहता है। वह फिलहाल मुंबई में ‘वीएफएक्स एनिमेशन’ का कोर्स कर रहा है। वह अपनी मां, पिता और छोटी बहन के साथ अकोला में रहता है। अरबाज रमजान के लिए अकोला आया हुआ था।