नागपुर। कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रभारी रमेश चेन्निथला ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी (एमवीए) मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करेगी। नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि एमवीए के मुख्यमंत्री का चयन चुनाव के बाद किया जाएगा, जैसे कि लोकसभा चुनाव में भी किसी विशेष चेहरे को प्रोजेक्ट नहीं किया गया था। चेन्निथला का यह बयान उस वक्त आया है जब महाराष्ट्र में चुनावी माहौल गरम हो रहा है, और हर पार्टी अपनी रणनीतियों को स्पष्ट करने में जुटी है।
राष्ट्रपति को महाराष्ट्र के हालात पर ध्यान देने की मांग
रमेश चेन्निथला ने पश्चिम बंगाल की घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा व्यक्त की गई चिंता का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपति को महाराष्ट्र के हालात पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने बदलापुर की घटना और राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों का उदाहरण देते हुए कहा कि यह मुद्दे भी राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण हैं, और राष्ट्रपति को इस पर अपनी चिंता व्यक्त करनी चाहिए। चेन्निथला ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग इस समय दुखी हैं और राज्य में हो रही घटनाओं पर ध्यान देना आवश्यक है।
शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने पर विवाद
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने के मामले में भी चेन्निथला ने अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रतिमा निर्माण में किस पार्टी के व्यक्ति की भूमिका थी और शिवाजी महाराज के अपमान के लिए माफी मांगने से काम नहीं चलेगा, बल्कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी इस मामले में सख्त प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज के पुतले के साथ किया गया भद्दा मजाक असहनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रतिमा के उद्घाटन के लिए की गई जल्दबाजी पर भी सवाल उठाए गए हैं।महाराष्ट्र की राजनीति में शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने से उत्पन्न विवाद और बदलापुर की घटनाओं ने महाविकास अघाड़ी और कांग्रेस को एक महत्वपूर्ण मुद्दा प्रदान किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में यह मुद्दे किस प्रकार से मतदाताओं को प्रभावित करेंगे और क्या महाविकास अघाड़ी इस चुनाव में कांग्रेस के समर्थन से एक बार फिर सत्ता में आने में सफल होगी।