
ठाणे। मुंबई से सटे ठाणे में शिवसेना की शाखा के एक ऑफिस पर कब्जे को लेकर देर रात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे समर्थकों के बीच झड़प हो गई। बात हाथापाई तक आ गई और मामला बढ़ने की सूचना मिलते ही वर्तक नगर पुलिस स्टेशन से पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचा और दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं को नियंत्रित किया। इस पर संजय राउत ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘ठाणे में जो हो रहा है, वो बस करो, मर्द हो तो आमने-सामने आकर मर्दों की तरह लड़ो। संजय राउत ने कहा कि सरकार की ओर से सत्ता और पुलिस की ताकत का इस्तेमाल शुरू है। उद्धव की खेड की सभा के बाद इनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है। लेकिन ये सब बस ठाणे (सीएम शिंदे का गढ़) तक ही चल सकता है। राउत ने यह भी कहा कि शिंदे गुट का इस्तेमाल करके बीजेपी उसे फेंक देंगी, तब उनको समझ आएगा।
‘हमने कुछ यूं उनसे बदला लिया, जाओ विरोधियों को माफ किया’
इस पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम विरोधियों से बदला लेंगे। हमने यही बदला लेने का फैसला किया है कि हमने उन्हें माफ कर दिया है। विपक्ष के कुछ लोग हमेशा भांग के नशे में रहने की आदत है। नशा कीजिए लेकिन भक्ति का नशा कीजिए, संगीत का नशा कीजिए। होली के दिन कुछ लोगों द्वारा शिमगा (महाराष्ट्र में होली में स्वांग रचाना) करने की परंपरा है। लोग तरह-तरह से शिमगा (होली में नौटंकी) करते हैं. लेकिन यह एकाध दिन तो ठीक है कोई ३६५ दिन यही करता है तो इसका क्या किया जाए। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि संजय राउत को सलाह है कि आज होली का दिन है मतभेद और मनभेद भुलाकर महाराष्ट्र के हित के लिए एक होकर काम करें। बीजेपी के मुंबई अध्यक्ष आशिष शेलार ने कहा कि विरोधियों को होली में सलाह है कि वे सब भगवा रंग में घुल-मिल जाएं और राज्य को आगे बढ़ाएं।
‘डबल इंजन की सरकार में महाराष्ट्र को मिली तरक्की की रफ्तार, राउत को दर्द’
शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि संजय राउत को कुछ बातें देर से सूझती हैं। शिंदे गुट को यह एहसास हुआ कि शिवसेना हिंदुत्व के रास्ते से भटक गई है तो हमने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र को फिर से एक सही दिशा देने का काम किया है। इसमें बीजेपी द्वारा शिंदे गुट को इस्तेमाल करने की बात कहां से आती है। दरअसल महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार जो विकास के रास्ते पर तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है, इसके संजय राउत के पेट में दर्द हो रहा है।
ऐसे शुरू हुई ठाकरे और शिंदे गुट में नए सिरे से तकरार
दो दिनों पहले कोंकण की खेड की सभा में उद्धव ठाकरे ने आह्वान किया था जिन्होंने हमारा धनुषबाण चुराया है उन्हें मेरी चुनौती है। वे चुनाव के रण में धनुषबाण लेकर आएं, हम अपनी मशाल लेकर आते हैं. देखते हैं किसमें कितना दम है। इसके जवाब में सीएम शिंदे ने कहा था कि बालासाहेब ठाकरे के विचार और हिंदुत्व किसी की प्राइवेट प्रॉपर्टी नहीं है। इस तरह से एक बार फिर शिंदे और ठाकरे गुट में नए सिरे से तकरार शुरू हुई।