मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पत्राचाल घोटाला मामले में शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राऊत के करीबी प्रवीण राऊत की 73 करोड़ 62 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है। इनमें पालघर और बोईसर जिले की जमीन भी है। गोरेगांव में पत्राचाल घोटाले की छानबीन ईडी की टीम कर रही है। इसी मामले में ईडी ने राज्यसभा सदस्य संजय राऊत को भी गिरफ्तार किया था, जो इस समय जमानत पर हैं। इस घोटाले में प्रवीण राऊत के बैंक खाते से संजय राऊत के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर हुए थे। हालांकि, संजय राऊत ने कहा था कि यह पैसे उन्होंने प्रवीण से बतौर कर्ज लिए थे। ईडी ने यह कार्रवाई पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत की है। प्रवीण राऊत पर पत्राचार में रहने वाले नागरिकों से धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। 3000 फ्लैट बनाए जाने थे, जिनमें से 672 फ्लैट किरायेदारों को और बाकी म्हाडा और डेवलपर्स को दिए जाने थे। लेकिन प्रवीण राऊत ने कंपनी के 25 फीसदी शेयर एचडीआईएल को बेच दिये। इसके बाद प्लॉट का कुछ हिस्सा दूसरे प्राइवेट बिल्डर्स को ट्रांसफर कर दिया गया। ईडी ने प्रवीण राउत की अलीबाग स्थित संपत्ति भी जब्त कर ली है। इसमें आठ प्लॉट और वर्षा राउत का फ्लैट शामिल था। अब तक 116 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इसमें प्रणीव राउत के साथ अन्य साझेदारों की पालघर, दापोली, रायगढ़ और ठाणे में जमीनें हैं।