
अमरावती। अमरावती के गाडगे नगर इलाके में एक युवा इंजीनियरिंग छात्रा की मौत ने अब एक हत्या का रूप ले लिया है। 4 जून की रात को छात्रा अपने किराए के घर में फंदे से लटकी हुई पाई गई थी, जिसे प्रारंभिक रूप से आत्महत्या माना गया था। लेकिन अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और बहन की शिकायत के बाद यह स्पष्ट होता जा रहा है कि मामला आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का हो सकता है। पुलिस ने मृतका की बहन की शिकायत पर उसके करीबी दोस्त प्रतीक शरद हिवसे (24) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लक्ष्मीनगर निवासी प्रतीक ने पुलिस को बताया था कि वह एक दोस्त के साथ छात्रा के कमरे में पहुंचा और उसे फांसी पर लटका हुआ पाया, जिसके बाद उसने आत्महत्या की आशंका जताई थी। हालांकि, मेडिकल रिपोर्ट में छात्रा के मस्तिष्क में गंभीर आंतरिक चोटें पाई गईं, जो इस आशंका को बल देती हैं कि उसकी मृत्यु फांसी से पहले ही हो चुकी थी। डॉक्टरों ने साफ संकेत दिए हैं कि यह सामान्य आत्महत्या नहीं हो सकती। इसके अलावा, गर्दन पर पाए गए निशान भी संदिग्ध हैं और किसी प्रकार की संघर्ष की आशंका को जन्म देते हैं। पीड़िता की बहन ने पुलिस को बताया कि प्रतीक को कुछ दिन पहले ही उसकी बहन ने एक “सिर्फ दोस्त” के तौर पर घर पर मिलवाया था। अब बहन का दावा है कि प्रतीक का उसकी बहन के जीवन में संदेहास्पद और खतरनाक दखल था, जिसके चलते हत्या की आशंका गहराती जा रही है। गाडगे नगर पुलिस ने प्रतीक को हिरासत में ले लिया है, हालांकि उसने अभी तक अपना अपराध स्वीकार नहीं किया है। पुलिस अब मोबाइल डेटा रिकॉर्ड (CDR), कॉल डिटेल्स और फोरेंसिक साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है। पुलिस सूत्रों का यह भी कहना है कि मोबाइल चैट्स से कथित रूप से रिश्ते का संकेत मिलता है, जिसकी दिशा में भी अब पड़ताल की जा रही है। इस बीच, पीड़िता की मौत से उसके पैतृक गाँव में शोक और आक्रोश का माहौल है। जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के दौरान बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और डॉक्टरों से तीखी बहस हुई। जैसे ही यह सामने आया कि छात्रा की मौत संभवतः फांसी से पहले हुई थी, लोगों में आक्रोश और अधिक बढ़ गया। फिलहाल पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, जिसमें जवाब ढूंढे जा रहे हैं कि आखिर छात्रा के मस्तिष्क में चोट कैसे आई? क्या घटना से पहले कोई संघर्ष हुआ था? और अगर यह हत्या है, तो इसका मकसद क्या था? जांच के आने वाले दिनों में इन प्रश्नों के उत्तर अहम साबित होंगे।