Friday, April 19, 2024
Google search engine
HomeIndia‘पवार पर जुबान संभाल कर बोलें आंबेडकर, BJP के सहयोगी होने का...

‘पवार पर जुबान संभाल कर बोलें आंबेडकर, BJP के सहयोगी होने का आरोप गंभीर’- संजय राउत

मुंबई: शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने प्रकाश आंबेडकर को जोरदार फटकार लगाई है. संजय राउत ने बाबासाहेब आंबेडकर के पोते और वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रमुख को जबान संभाल कर बोलने को कहा है. संजय राउत ने कहा है कि शरद पवार को बीजेपी का सहयोगी बताना बेहद गंभीर आरोप है. आंबेडकर का चार दिनों पहले शिवसेना के ठाकरे गुट के साथ गठबंधन हुआ है. आगे उन्हें महाविकास आघाड़ी में शामिल किए जाने की कोशिशें जारी हैं. ऐसे में उन्हें कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं के बारे में कुछ भी बोलने से पहले विचार करना चाहिए.

संजय राउत ने आज (27 जनवरी, शुक्रवार) मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अगर शरद पवार बीजेपी का साथ दे रहे होते तो महाराष्ट्र में उसके खिलाफ सरकार नहीं बनाते. आज भी देश में बीजेपी के खिलाफ लड़ाई के लिए जो शक्ति तैयार की जा रही है, उसके सबसे प्रमुख नेता के तौर पर शरद पवार की ओर देखा जा रहा है. शरद पवार ना सिर्फ महाराष्ट्र के, बल्कि देश के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक हैं. शिवसेना उनके इस बयान का कतई समर्थन नहीं करती है, बल्कि शिवसेना उनसे अपेक्षा करती है कि गठबंधन के साथी होने के नाते वे गठबंधन धर्म का पालन करें.

प्रकाश आंबेडकर ने क्या कहा था?
प्रकाश आंबेडकर ने शरद पवार के भतीजे और महाराष्ट्र के विपक्षी नेता अजित पवार के एक इंटरव्यू का हवाला देकर कहा था कि शरद पवार बीजेपी के साथ हैं. यह बात जल्दी ही सबको समझ आ जाएगी. उन्होंने कहा था कि अजित पवार ने जब फडणवीस के साथ सरकार बनाने के लिए सुबह शपथ ली थी तब अजित पवार ने अपने ऊपर उठे सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि उन्हें क्यों घेरा जा रहा है? यह तो अपनी पार्टी (NCP) ने पहले ही तय कर रखा था कि उनके (BJP) साथ जाना है. मैंने बस इतना ही किया कि, पहल कर दी.

इसके जवाब में एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने और बढ़-चढ़ कर यह कह दिया कि पवार जो बोलते और करते हैं, उन लोगों से मशवरा करके नहीं करते. वे सब उनसे बहुत जूनियर हैं. वे जो कदम उठाते हैं वो बहुत बाद में समझ आता है. हो सकता है कि उस समय महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन दस्तक दे रहा था. इसलिए शरद पवार ने ही अजित पवार को बीजेपी के साथ सरकार बनाने के लिए आगे भेजा हो. हालांकि उन्होंने बाद में यह सफाई दी कि यह उन्होंने अनुमान से कहा है.

कांग्रेस-एनसीपी प्रकाश आंबेडकर को आघाड़ी में शामिल करने को नहीं तैयार
इस बीच बता दें कि संजय राउत ने प्रकाश आंबेडकर को फटकार लगाने के साथ ही साथ यह भी बता दिया कि शिवसेना का ठाकरे गुट आंबेडकर की पार्टी वीबीए को महाविकास आघाड़ी में शामिल करने के लिए जोर लगा रही है. लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने साफ कह दिया है कि आंबेडकर और ठाकरे का गठबंधन उन दोनों तक ही सीमित है. इसका कांग्रेस और महाविकास आघाड़ी से कोई लेना-देना नहीं है. एनसीपी की बात करें तो शरद पवार और प्रकाश आंबेडकर का छत्तीस का आंकड़ा पहले से ही जगजाहिर है. प्रकाश आंबेडकर तो गठबंधन से पहले बातचीत में उद्धव ठाकरे को भी यह समझा चुके हैं कि एक दिन पवार उन्हें फंसा देंगे और यह बात उन्होंने गठबंधन से पहले की अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी कही थी.

प्रकाश आंबेडकर का फ्रस्टेशन ही इस बात पर है कि वे महाविकास आघाड़ी में चौथी शक्ति के तौर पर शामिल होना चाह रहे हैं, लेकिन कांग्रेस और एनसीपी उन्हें अपने हिस्से में से कुछ भी देने को तैयार नहीं है. शिवसेना का ठाकरे गुट अपने एक तिहाई हिस्से में से प्रकाश आंबेडकर को आखिर क्या और कितनी भागीदारी दे पाएगी? यह एक अहम सवाल है.

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments