
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता और बलिदान को सम्मान देने के लिए संगमेश्वर में सरदेसाई वाडा के पास एक भव्य स्मारक बनाएगी, जहां उन्हें मुगल सेना ने पकड़ा था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधान परिषद में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो अतिरिक्त भूमि अधिग्रहित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने छत्रपति संभाजी महाराज के शौर्य का उल्लेख करते हुए कहा, “देश धर्म पर मिटने वाला, शेर शिव का छावा था, महा पराक्रमी परम प्रतापी, एक ही शंभू राजा था।” उन्होंने यह भी बताया कि कर्नाटक के होदिगेरी में स्थित छत्रपति शाहाजी महाराज की समाधि स्थल के नवीनीकरण के लिए कर्नाटक सरकार से अनुरोध किया जाएगा, और यदि वहां की सरकार सहयोग नहीं करती तो महाराष्ट्र सरकार स्वयं इसका सुशोभिकरण करेगी। वहीं, पर्यटन मंत्री शंभूराज देसाई ने विधान परिषद में बताया कि महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडल (एमटीडीसी) द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज पर आधारित पांच डिजिटल थीम पार्क विकसित किए जाएंगे, जिनमें से एक जलगांव में बनाया जाएगा। रायगढ़ किले के पास स्थित माता जिजाबाई के वाडे को 350 वर्ष पुराने स्वरूप में पुनर्निर्मित कर वहां भी शिवसृष्टी विकसित की जाएगी। इसके अलावा, सिंधखेड राजा में माता जिजाबाई के जन्मस्थान का विकास और उमरठ में नरवीर तानाजी मालुसरे की समाधि का सुशोभिकरण किया जाएगा। ये सभी परियोजनाएं छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में की जा रही हैं।