
मुंबई। जियो कन्वेंशन सेंटर, मुंबई में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल (एमआईडीसी) द्वारा आयोजित ‘महाराष्ट्र उद्योग संवाद 2025’ का उद्घाटन राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उद्योग मंत्री डॉ. उदय सामंत, पणन मंत्री जयकुमार रावल, उद्योग सचिव पी. अन्बलगन और एमआईडीसी के सीईओ पी. वेलारासु सहित अनेक उद्योगपति और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। राज्यपाल ने कहा कि विश्व के कई हिस्सों में संघर्ष का वातावरण है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने महाराष्ट्र को देश की जीडीपी में 14प्रतिशत योगदान देने वाला अग्रणी औद्योगिक राज्य बताया और कहा कि वर्ष 2024-25 में राज्य को 1.64 लाख रुपए करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मिला, जो भारत की कुल एफडीआई का 40 प्रतिशत है। उन्होंने विद्यार्थियों को वैश्विक रोजगार के लिए विदेशी भाषाएं सीखने की सलाह भी दी। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, “महाराष्ट्र की असली ताकत यहां के उद्यमी हैं।” उन्होंने बताया कि गडचिरोली अब स्टील हब बन रहा है, अमरावती कपड़ा उद्योग में आगे बढ़ रहा है और छत्रपती संभाजीनगर देश का पहला स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनने की ओर अग्रसर है। पुणे, नवी मुंबई और रायगड ग्रीन टेक्नोलॉजी और डेटा सेंटर के क्षेत्र में प्रगति कर रहे हैं। वधावन पोर्ट, जिसकी क्षमता जेएनपीटी से तीन गुना होगी, से 20 जिलों की परिवहन लागत में भारी कमी आएगी। उन्होंने ‘मित्रा’ एकल खिड़की प्रणाली, 1 करोड़ पौधारोपण, ग्रीन एनर्जी में 52 प्रतिशत उत्पादन और ग्रीन फ्यूल ट्रकों जैसी पहलों का उल्लेख करते हुए बताया कि शाश्वत औद्योगिक विकास की दिशा में राज्य अग्रसर है।उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र अब केवल आर्थिक राजधानी नहीं, बल्कि औद्योगिक प्रेरणा देने वाला राज्य बन चुका है। उन्होंने बताया कि राज्य में फार्मा, बायोटेक, ई-व्हीकल, डेटा सेंटर और टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व निवेश आ रहे हैं। नवी मुंबई में सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट गेमचेंजर होगा और मुंबई, पुणे जैसे शहर जीसीसी हब बनकर लाखों नौकरियां देंगे।
उद्योग मंत्री डॉ. उदय सामंत ने बताया कि दावोस सम्मेलन के बाद राज्य को 15.72 लाख करोड़ रुपए का निवेश मिला, जिनमें से 80 प्रतिशत कार्यान्वयन की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने गडचिरोली, रत्नागिरी और छत्रपती संभाजीनगर में आए बड़े निवेशों का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत अब तक 1.04 लाख रोजगार सृजित हो चुके हैं। इस अवसर पर राज्य सरकार और नैसकॉम, एमएसएसआईडीसी के बीच महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। कार्यक्रम का संचालन उद्योग सचिव पी. अन्बलगन ने किया और धन्यवाद ज्ञापन सीईओ पी. वेलारासु ने प्रस्तुत किया। विकसित भारत की आकांक्षा में महाराष्ट्र सबसे आगे रहेगा”, यह संदेश संवाद के माध्यम से राज्य नेतृत्व ने एक स्वर में दिया।