
नई दिल्ली। भारतीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में योग प्रशिक्षक दंपत्ति लीना त्रिवेदी एवं चिंतन त्रिवेदी को मंगोलिया में आयोजित विश्व योग दिवस कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। यह आमंत्रण मंगोलिया स्थित भारतीय दूतावास की ओर से मिला है, जो भारत की योग-परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों के अंतरराष्ट्रीय विस्तार को मान्यता देने वाला कदम है। यह दंपत्ति मंगोलिया में योग और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाएगा, बल्कि भारतीय जीवनशैली और शारीरिक-मानसिक संतुलन के सिद्धांतों को भी वैश्विक मंच पर मजबूती से प्रस्तुत करेगा। विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस आयोजन में, लीना-चिंतन त्रिवेदी ने योग प्रोटोकॉल, षट्कर्म (जल नेति, चक्षु नेति) का प्रायोगिक प्रदर्शन कर वहां मौजूद सैकड़ों मंगोलियाई नागरिकों को योग के अद्भुत लाभों से परिचित कराया। इसके अतिरिक्त भारतीय श्लोक, भजन, संगीतमय योग सत्र और हास्य योग के माध्यम से कार्यक्रम को आकर्षक और जीवंत बना दिया। यह दंपत्ति मंगोलिया में भारतीय संस्कृति के संवाहक के रूप में कार्य कर रहा है। उनकी सक्रिय भागीदारी से भारत और मंगोलिया के बीच सांस्कृतिक सहयोग और मैत्री संबंध और भी प्रगाढ़ होंगे। भारतीय दूतावास और मंगोलिया योग फेडरेशन द्वारा आयोजित यह संयुक्त पहल योग की वैश्विक स्वीकृति का प्रमाण है। इस उपलब्धि पर ज्ञानयोग सेवा केंद्र के अध्यक्ष व योगाचार्य ज्ञानेंद्र पांडेय ने कहा, भारतवासियों को गर्व है कि हमारे योगाचार्य विदेशों में वैदिक परंपराओं और समग्र चिकित्सा पद्धति को नई पहचान दे रहे हैं। हमें विश्वास है कि लीना और चिंतन त्रिवेदी की यह मंगोलिया यात्रा आने वाले समय में भारत की गौरवशाली योग परंपरा को और भी देशों तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी।