
देवेश प्रताप सिंह राठौर
झांसी, उत्तर प्रदेश। जनपद में अपराधों पर अंकुश लगाने और दोषियों को शीघ्र सजा दिलाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी श्री मृदुल चौधरी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री बीबीजीटीएस मूर्ति की संयुक्त अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में अभियोजन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में गंभीर धाराओं से जुड़े वादों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि NDPS एक्ट-1988 के अंतर्गत नशे के कारोबार में लिप्त अपराधियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी ने दिए अहम निर्देश:
गंभीर धाराओं के प्रकरणों में समीक्षा कर दोषमुक्त हुए मामलों में पुनः अपील कर अपराधियों को सजा दिलाई जाए।गवाहों की 100% उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। कोई भी गवाह अदालत से बिना बयान दिए न लौटे।145 धारा के अंतर्गत लंबित वादों का अभियान चलाकर सीओ स्तर से समन्वय करते हुए निस्तारण कराया जाए।
पॉक्सो, गैंगस्टर, महिला उत्पीड़न, हत्या, डकैती जैसे मामलों में शीघ्र और प्रभावी पैरवी हो।
पास्को एक्ट में 20-20 साल की सजा दिलाने वाले अधिवक्ता विजय सिंह कुशवाहा और महिला उत्पीड़न मामले में 10 साल की सजा व 50 हजार जुर्माना दिलाने वाले तेज सिंह गौर को प्रोत्साहित किया गया।
प्रभावी अभियोजन की अपील
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि “किसी भी दशा में अपराधी सजा से बच न पाए।” इसके लिए अधिवक्ताओं से वादों की समयबद्ध सुनवाई व प्रभावी पैरवी सुनिश्चित करने को कहा गया। साथ ही, न्यायालयों में लंबित वादों की सूचीबद्ध समीक्षा करते हुए फोकस मामलों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
ई-प्रॉसिक्यूशन पोर्टल पर फोकस
बैठक में ई-प्रॉसिक्यूशन पोर्टल पर अभियोजन कार्यों की फीडिंग, SC/ST एक्ट, खाद्य अपमिश्रण, आर्म्स एक्ट, juvenile justice, मिशन शक्ति जैसे विषयों पर भी गहन समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि “जनपद में अपराधियों में कानून का भय होना चाहिए। इसलिए शासकीय अधिवक्ता प्रभावशाली पैरवी कर अधिकतम सजाएं सुनिश्चित करें।” NDPS, पाक्सो, गैंगस्टर, महिला सुरक्षा, और बच्चों से जुड़े मामलों में समयबद्ध न्याय के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए।
बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति, अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल, सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय, एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट प्रमोद झा, सीओ सिटी रामवीर सिंह, संयुक्त निदेशक अभियोजन देशराज सिंह व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।