
मुंबई। मुंबई पुलिस ने एक बड़ी साइबर धोखाधड़ी का भंडाफोड़ करते हुए दिल्ली से फर्जी कॉल सेंटर चला रहे मास्टरमाइंड 29 वर्षीय मंजीत कुमार महावीर सिंह को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 28 अगस्त 2024 को दर्ज एक शिकायत के आधार पर की गई, जिसमें आरोपी ने खुद को एक्सिस बैंक का कर्मचारी बताकर एक व्यक्ति को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा दिया और फर्जी लिंक के जरिए उसकी संवेदनशील जानकारी हासिल कर 4,54,717 रूपए की ठगी कर ली। सायन पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के बाद डीसीपी रागसुधा आर की निगरानी में मामले की जांच शुरू हुई। तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पुलिस को दिल्ली में स्थित एक कॉल सेंटर की जानकारी मिली, जहां से देशभर में ठगी की जा रही थी। पुलिस ने छापेमारी कर कॉल सेंटर के रूप में संचालित एक परिसर से मंजीत कुमार को गिरफ्तार किया और उसे मुंबई लाकर कोर्ट में पेश किया, जहां उसे 7 जून 2025 तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 8 मोबाइल फोन, 8 सिम कार्ड और 4,17,517 रूपए की ठगी की रकम जब्त की। प्राथमिक जांच में पता चला है कि जब्त किए गए मोबाइल नंबरों का उपयोग देशभर के अन्य पीड़ितों से संपर्क करने में किया गया था और अब तक महाराष्ट्र व अन्य राज्यों से 16 से अधिक शिकायतें साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज की जा चुकी हैं। पुलिस ने रैकेट से जुड़े 11 अन्य लोगों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस के अनुसार आरोपी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को कॉल करते थे, क्रेडिट कार्ड सीमा बढ़ाने का लालच देते थे और फिर फर्जी लिंक भेजकर गोपनीय जानकारी चुरा लेते थे। इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि यह संगठित साइबर रैकेट देशभर में सक्रिय है, जिसे मुंबई पुलिस ने समय रहते पकड़कर एक बड़ी ठगी को रोकने में सफलता हासिल की है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी अनजान कॉल या लिंक के माध्यम से अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल को दें।