
मनोज जरांगे पाटील भूख हड़ताल तोड़ने को राजी
जालना। महाराष्ट्र में चल रहे के मराठा आंदोलन में अब संभाजी भिड़े की एंट्री हो गई है। जालना में मराठा आरक्षण को लेकर आमरण अनशन पर बैठे मनोज जरांगे से मिलने आज श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान संगठन के अध्यक्ष संभाजी भिड़े पहुंचे। इस दौरान संभाजी भिड़े ने मनोज जरांगे से अनशन छोड़ने को कहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे झूठ नहीं बोलेंगे और उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस आपको धोखा नहीं देंगे। वहीं अजित पवार कलेजे वाले आदमी हैं, इसलिए कृपया अपनी भूख हड़ताल बंद करें, लड़ाई जारी रहेगी। संभाजी भिडे ने जारांगे का हाथ पकड़कर अनशन छोड़ने का अनुरोध किया। जरांगे ने कहा कि राज्य सरकार ने आरक्षण प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक महीने का समय मांगा है। इसलिए उन्होंने अपनी भूख हड़ताल खत्म करने का फैसला किया, लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर एक महीने के बाद फिर से भूख हड़ताल शुरू कर देंगे। भूख हड़ताल खत्म करने के ऐलान के साथ मनाेज जरांगे पाटिल ने सरकार में सामने पांच शर्तें रखीं, हालांकि उन्होंने आंदोलन स्थल से हटने से मना कर दिया है। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हड़ताल तुड़वाने को जालना पहुंच सकते हैं।
सरकार के सामने रखीं पाचं मांगें
जरांगे ने अपनी इन शर्तों में मांग की है कि सरकार इन्हें पूरा करे। जरांगे ने पहली मांग में कहा है कि एक महीने बाद रिटायर जज की रिपोर्ट जो भी हो, मराठा को आरक्षण मिलना चाहिए। दूसरी मांग में जरांगे ने कहा है कि मराठा समुदाय पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। तीसरी मांग में जरांगे ने कहा है कि जिन पुलिस अधिकारियों ने मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और जांच में दोषी पाए गए हैं। इन अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए। हड़ताल खत्म होने के मौके पर सीएम, डिप्टी सीएम और छत्रपति उदयन राजे भोसले मौजूद रहें। सीएम और डिप्टी सीएम हमें लिखित में आश्वासन दें।
31 वें दिन शुरू कर देंगे अनशन
मनोज जरांगे ने मराठा आरक्षण पर निर्णय लेने के लिए सरकार को एक महीने का समय दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने एक महीने में फैसला नहीं लिया तो वह 31वें दिन भूख हड़ताल करेंगे। यह आंदोलन आम मराठाओं ने खड़ा किया है। वे हमें परेशानी में डालने की कोशिश कर रहे हैं। मनोज जारांगे ने अपील की है कि कोई भी व्यक्ति हिंसक प्रदर्शन न करें। जरांगे ने अगले महीने की 12 अक्तूबर को मराठा समाज की एक बड़ी बैठक का भी ऐलान किया है।