PayTM Buyback Offer : पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (Paytm’s parent company One97 Communications) ने मंगलवार को 810 रुपये प्रति शेयर पर 850 करोड़ रुपये की शेयर बायबैक योजना (PayTM Buyback Offer ) का ऐलान कर दिया है. कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि कंपनी ने बायबैक कार्यक्रम के लिए खुले बाजार का विकल्प चुना है और उम्मीद है कि यह प्रोसेस छह महीने में पूरा हो जाएगा.
50 फीसदी प्रीमियम पर बायबैक
पेटीएम ने फाइलिंग में कहा कि कंपनी 810 रुपये प्रति शेयर की अधिकतम कीमत पर 850 करोड़ रुपये (बायबैक टैक्स और अन्य लेनदेन लागत को छोड़कर) का बायबैक करेगी और इसके लिए कंपनी ने खुले बाजार के मार्ग का विकल्प चुना है, जिसे अधिकतम छह महीने की अवधि के भीतर पूरा किया जाना है. 810 रुपये प्रति शेयर की अधिकतम बायबैक कीमत बैठक की तारीख के बंद भाव से 50 फीसदी ज्यादा है जो बीएसई में 2.16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 539.5 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ.
बायबैक में कुल कितना होगा खर्च
850 करोड़ रुपये के पूर्ण बायबैक और लागू बायबैक टैक्स को मानते हुए, कंपनी को उम्मीद है कि कुल खर्च लगभग 1,048 करोड़ रुपये से अधिक होगा. कंपनी ने कहा कि वह टेक्नोलॉजी, सेल्स, मार्केटिंग और दूसरे सेक्टर्स में लांग टर्म वैल्यू क्रिएशन के लिए डिसिप्लिन इंवेस्टमेंट जारी रखेगी. कंपनी ने फाइलिंग में कहा कि पेटीएम बोर्ड ने निर्धारित किया है कि सरप्लस लिक्विडिटी है जिसे शेयरों के बायबैक पर खर्च किया जा सकता है.
आईपीओ के एक साल बाद आया बायबैक
कंपनी की अंतिम आय रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के पास 9,182 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी है. खास बात तो ये है कि पेटीएम का बायबैक लिस्टिंग के 13 महीनों के से भी कम समय में आ रहा है. कंपनी का शेयर मौजूदा समय में आईपीओ प्राइस से 75 फीसदी नीचे आ चुका था. कंपनी का आईपीओ प्राइस 2,150 रुपये था, जिससे कंपनी ने 18,300 करोड़ रुपये जुटाए थे, यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ भी था.
इसके पीछे कई तरह के कारण बताए जा सकते हैं. वास्तव में पेटीएम का बायबैक उसके उसके शेयरों को सपोर्ट करने के लिए लाया जा रहा है, जोकि मौजूदा साल में 60 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है और आईपीओ प्राइस से 75 फीसदी नीचे है. वहीं कंपनी अपने निवेशकों को फायदा पहुंचाने के लिए भी बायबैक ला रही है. वास्तव में बायबैक को शेयर परचेज ऑफर भी कहा जाता है. जिसके तहत कंपनियां अपने शेयरों को शेयरधारकों से शेयर वापस खरीद लेती है. बायबैक टेंडर ऑफर और ओपन मार्केट ऑफर दो तरह के होते हैं.