
सातारा। सातारा जिले में एक युवा डॉक्टर की आत्महत्या से जुड़े मामले में गिरफ्तार निलंबित सब-इंस्पेक्टर गोपाल बालासाहेब बदने को पुलिस विभाग से बर्खास्त कर दिया गया है। कोल्हापुर रेंज के विशेष पुलिस महानिरीक्षक सुनील फुलारी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। यह मामला महाराष्ट्र के फलटण उपजिला अस्पताल से जुड़ा है, जहां 23 अक्टूबर को एक युवा महिला डॉक्टर ने होटल में आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले उसने अपनी हथेली पर लिखे सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि फलटण ग्रामीण पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने उसके साथ चार बार बलात्कार किया और प्रशांत बनकर ने उसे शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। इस घटना से पूरे राज्य में सनसनी फैल गई थी। पीड़िता ने जांच समिति को दिए अपने बयान में यह भी कहा था कि उस पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेराफेरी करने का दबाव बनाया जा रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपित सब-इंस्पेक्टर को पहले निलंबित किया गया था। अब सतारा के पुलिस अधीक्षक तुषार दोशी के अनुसार, गोपाल बदने को 4 नवंबर 2025 से सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस विभाग ने बर्खास्तगी का कारण बताते हुए कहा है कि गोपाल बदने ने अपने पद और अधिकारों का दुरुपयोग किया, जिससे पुलिस बल की साख पर प्रश्नचिह्न लगा। आदेश में उल्लेख किया गया है कि बदने ने नैतिक रूप से पतित आचरण किया और ऐसा कृत्य किया जो एक पुलिस अधिकारी के पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है, जिससे समाज में असुरक्षा और अविश्वास की भावना उत्पन्न हुई।




