
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने सोमवार को महाराष्ट्र में फर्जी मतदाताओं के मुद्दे पर सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी चुनाव के खिलाफ नहीं है और लोकतंत्र में चुनाव होना आवश्यक है, लेकिन उनका सवाल यह है कि फर्जी मतदाताओं की मौजूदगी में चुनाव कैसे कराए जा सकते हैं। राउत ने कहा कि यह मुद्दा पहले ही चुनाव आयोग के सामने उठाया जा चुका है और उन्होंने आयोग से मांग की कि फर्जी मतदाताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए, उसके बाद ही चुनावी प्रक्रिया पर विचार किया जाना चाहिए। राउत ने बताया कि सभी दलों के नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर 1 नवंबर को चुनाव आयोग का दौरा करने का फैसला किया है, ताकि उन्हें फर्जी मतदाताओं की गंभीर समस्या और लोकतंत्र पर इसके संभावित प्रभाव के बारे में जानकारी दी जा सके।
मतदाता सूची की गड़बड़ियों को सुधारने की मांग
संजय राउत ने दोहराया कि मतदाता सूची में मौजूद विसंगतियों को दूर किया जाना चाहिए, क्योंकि इसके साथ चुनाव संपन्न करना अनुचित होगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग फर्जी मतदाताओं का सहारा लेकर चुनाव जीतना चाहते हैं, लेकिन उनकी पार्टी ऐसा होने नहीं देगी। राउत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान का भी उल्लेख किया, जिसमें शाह ने घुसपैठियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की बात कही थी। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में एक करोड़ से अधिक फर्जी मतदाता हैं और उन्होंने अमित शाह से इन सभी को बाहर करने की मांग की। उनका स्पष्ट संदेश था कि केवल इसी कार्रवाई के बाद ही राज्य में चुनावी प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए।