मुंबई। जल संरक्षण के मामले में महाराष्ट्र देश में नंबर वन का खिताब पाया है। केंद्रीय जल शक्ति मिनिस्ट्री की रिपोर्ट जारी हो गई है। सबसे ज्यादा जलाशयों की गणना की गई। इससे जुड़ी रिपोर्ट में महाराष्ट्र का नंबर देश में पहला है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह जानकारी ट्वीट की है। उन्होंने अपने ट्वीट में इसे अभिमान का क्षण बताया है और लिखा है कि आगे चलकर राज्य में पानी का संकट सामने नहीं आए, इसके लिए राज्य की महायुति की सरकार कटिबद्ध है।मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने ट्वीट में लिखा है, महाराष्ट्र के लिए यह अभिमान का क्षण है। जलशक्ति मंत्रालय की ओर से जारी की गई जल संरक्षण की पहली गणना रिपोर्ट के मुताबिक जल संरक्षण की योजना को बड़े पैमाने पर और कामयाबी के साथ अमल में लाने के मामले में महाराष्ट्र पहले क्रमांक पर है। देश में सबसे ज्यादा जल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं को महाराष्ट्र ने लागू किया है। महाराष्ट्र में आगे चलकर पानी का संकट सामने नहीं आएगा, इसके लिए महायुति की सरकार कटिबद्ध है और इसके मुताबिक ही अलग-अलग योजनाओं को आकार दे रही है।
देवेंद्र फडणवीस ने भी किया ट्वीट, इस सम्मान पर जताया अभिमान
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस सफलता का श्रेय जलयुक्त शिवार योजना को दिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय ने भारत के जलाशयों की गणना से जुड़ी पहली रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक अपना महाराष्ट्र नंबर वन पर आया है। यह बताते हुए मुझे बेहद खुशी महसूस हो रही है। जलयुक्त शिवार योजना की वजह से यह संभव हो पाया है।
शिंदे-फडणवीस ने किया जलयुक्त शिवार २.० को भी सफल बनाने का आह्वान
साल २०१८-१९ में यह गणना की गई थी। उसकी रिपोर्ट अब आई है। ज्यादातर जल भंडारों को जलसंरक्षण योजना के अंतर्गत लाया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस सम्मान को सामूहिक कामयाबी बताया है और इस काम को सफल बनाने के लिए महाराष्ट्र की जनता का आभार माना है। साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जलयुक्त शिवार २.० अभियान को भी सफल बनाने का आह्वान किया है।