
लातूर। महाराष्ट्र के लातूर ज़िले में ज़मीन के विवाद ने एक बार फिर खून की कहानी लिख दी। पुलिस के अनुसार, रुधड़ा गांव में दो लोगों ने एक बुज़ुर्ग किसान और उसके बेटे की धारदार हथियारों से हत्या कर दी। यह दिल दहला देने वाली वारदात अहमदपुर तहसील के रुधड़ा गांव में सोमवार देर रात हुई। मृतकों की पहचान शिवराज निवृत्ति सुरनार (70) और उनके बेटे विश्वनाथ शिवराज सुरनार (20) के रूप में हुई है। दोनों हमेशा की तरह रात करीब 9.30 बजे अपने खेत पर बनी झोपड़ी में सोने गए थे। रात के अंधेरे में हमलावर खेत में पहुंचे और धारदार हथियारों से दोनों पर ताबड़तोड़ वार किए। पुलिस अधिकारी के अनुसार, दोनों के चेहरे, गर्दन और सिर पर कई वार किए गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद हमलावरों ने शवों को खेत से उठाकर गांव की पानी की टंकी के पास फेंक दिया। मंगलवार सुबह जब ग्रामीणों ने शव देखे तो पूरे गांव में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही अहमदपुर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वॉड, फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ और मोबाइल ट्रैकिंग यूनिट को भी मौके पर बुलाया गया ताकि साक्ष्य जुटाए जा सकें। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए इसी गांव के दो आरोपियों- नरसिंह भाऊराव शिंदे (60) और उनके बेटे केरबा नरसिंह शिंदे (22) को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हत्या की वजह पुराना ज़मीन विवाद था। पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है। इस घटना से गांव में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इसी गांव में पिछले साल एक बुज़ुर्ग दंपति पर भी इसी तरह का हमला हुआ था, जिससे ग्रामीणों में भय का वातावरण व्याप्त है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है और हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद करने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।




