
नासिक। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय (सीएसयू), नई दिल्ली के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी के मार्गदर्शन में 8 से 10 जून 2025 तक नासिक में उत्कर्ष महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह महोत्सव संसद द्वारा अधिनियमित तीनों केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय—सीएसयू नई दिल्ली, श्रीलाबशा राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठम (दिल्ली) तथा राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, तिरुपति के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है। महोत्सव के द्वितीय दिवस 9 जून को गुरुदक्षिणा सभागृह, कॉलेज रोड, नासिक में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. समीर सोमैया (कुलाधिपति, सोमैया विद्याविहार विश्वविद्यालय, मुंबई), सारस्वत अतिथि पद्मश्री प्रो. अभिराज राजेन्द्र मिश्र (कुलपति, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय) एवं अध्यक्षता करते हुए प्रो. जी.एस.आर. कृष्णमूर्ति (कुलपति, तिरुपति) उपस्थित रहे। समारोह में ‘संस्कृत सेवाव्रती सम्मान’, ‘उत्कर्ष सम्मान’ एवं ‘प्राच्य विद्याविभूषण सम्मान’ प्रदान किए गए। दोपहर 2:30 बजे आयोजित संत सम्मेलन में त्र्यंबकेश्वर तपोनिधि आनंद अखाड़ा के अध्यक्ष महंत शंकरानंद सरस्वती, कैलाशमठ ट्रस्ट भक्तिधाम के अध्यक्ष स्वामी संविदानंद सरस्वती तथा पंचमुखी हनुमान मंदिर के भक्तिचरणदास शामिल हुए। इस महोत्सव में देश भर के संस्कृत विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं नासिक क्षेत्र के मठ-मंदिरों तथा संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।