
जयपुर:(Jaipur) प्रवर्तन निदेशालय (ED) की राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (Reet) पेपर लीक मामले में कार्रवाई मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है।
गौरतलब है कि जयपुर, उदयपुर, अजमेर, जालोर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और सिरोही में 28 जगहों पर ईडी की टीम जांच कर रही है। जहां जानकारी में सामने आया कि ईडी के अधिकारियों को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य बाबूलाल कटारा, मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और सुरेश कुमार विश्नोई के घर से अहम दस्तावेज मिले हैं और साथ ही सभी के आवास और कार्यालय को सील कर दिया है।
ईडी के अधिकारी आरोपियों के परिजनों के बयान और वित्तीय लेन-देन की जानकारी जुटा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में आरोपियों से जुड़े कुछ नए लोगों की जानकारी सामने आई है। पेपर लीक और रुपए के लेन-देन के सबूत मिले हैं। इसके अलावा ईडी की टीम ने जयपुर में चार जगहों पर सर्च कर रही है, जिसमें कुछ नेताओं और उनके परिचितों से पूछताछ करने की तैयारियां की जा रही है। ईडी सूत्रों के अनुसार एक बड़े नेता के रिश्तेदार से पूछताछ हो सकती है। ईडी को सोमवार को सर्च के दौरान कई सबूत मिले हैं। इसके आधार पर टीम प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज किया है। पीई दर्ज होने के बाद उन सभी से ईडी के अधिकारी पूछताछ करेंगे, जिनके खिलाफ उन्हें दस्तावेज मिले हैं। इनमें राजनेता और ब्यूरोक्रेट सभी शामिल हैं।
कटारा के आवास पर सर्च के दौरान ईडी को मिले कई दस्तावेज
इधर आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के आवास पर सर्च के दौरान ईडी को कई दस्तावेज मिले हैं। इनमें कटारा के बेटे के नाम पर 50 लाख रुपए के म्यूचुअल फंड की जानकारी मिली है। वहीं कटारा ने साल 2021-22 में अलग-अलग जिलों में 5 जगह जमीन खरीदी। इस विषय को लेकर कटारा के बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ की जा रही है।
यह पूरा मामला प्राइमरी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है
जानकारी के अनुसार पेपर लीक मामले के आरोपी शेर सिंह मीणा की दोस्त अनीता मीणा, बाबूलाल कटारा का भांजा विजय डामोर, सुरेश कुमार विश्नोई, सुरेश ढाका के परिजनों से ईडी के अधिकारी पूछताछ करेंगे। अब तक की जांच में साबित हो चुका है कि यह पूरा मामला प्राइमरी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। नौकरी लगाने के नाम पर पूरी गैंग ने काम किया। कई अभ्यर्थियों की नौकरी लगाई। इसमें करोड़ों रुपए का लेन-देन हुआ है। आरपीएससी के अन्य सदस्यों से भी इस बारे में पूछताछ हो सकती है। ईडी को शक है कि कटारा अपने स्तर पर इतना बड़ा घपला नहीं कर सकता था।
ईडी को सुरेश ढाका की तलाश
पुलिस के साथ-साथ ईडी को भी सुरेश ढाका की तलाश है। ईडी के अधिकारी जानते हैं कि सुरेश ढाका के प्रदेश में कई मंत्रियों और ब्यूरोक्रेट्स के साथ संबंध थे। नौकरी लगाने के साथ-साथ उसकी कई कोचिंग सेंटरों में पार्टनरशिप थी। इनमें कई नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स का पैसा लगा हुआ था।