
अमृतसर। खालिस्तानी नेता अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद आई.जी. सुखचैन सिंह गिल ने प्रेस कान्फ्रेंस करके जानकारी सांझी की है। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह को आज सुबह 6.45 बजे गिरफ्तार किया है। आई.जी. सुखचैन सिंह गिल ने दावा किया है अमृतपाल सिंह ने सरेंडर नहीं किया उसको गिरफ्तार किया गया है। उसे आज मोगा में स्थित गांव रोडे से पकड़ा गया है। आई.जी. ने बताया कि उन्हें पहले ही इनपुट मिले थे कि अमृतपाल गांव रोडे में हैं जिसके बाद इंजेलिजेंस के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया गया। गुरुद्वारा साहिब के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। गुरुद्वारा साहिब को हर तरफ से घेर लिया लेकिन इस दौरान गुरुद्वारा साहिब की मर्यादा को कायम रखा गया क्योंकि अमृतपाल गुरु घर के अंदर था जिसके चलते पुलिस वर्दी में गुरुद्वारा साहिब के अंदर नहीं जा सकती थी। पंजाब पुलिस बठिंडा से अमृतपाल को लेकर असम पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि अमृतपाल को लेकर जा रही फ्लाइट ने डिब्रूगढ़ एयरपोर्ट पर लैंड किया है। डिब्रूगढ़ जेल में अमृतपाल के 9 साथी पहले से बंद है और उसे भी उनके साथ वहां रखा जाएगा। अमृतपाल समर्थक की गिरफ्तारी के बाद अजनाला में थाने पर हुए हमले और इसमें कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की घटना से सबक लेते हुए पंजाब पुलिस पूरी एहतियात बरत रही है। पंजाब के कई जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। वहीं, अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर ने अपने बेटे के आत्मसमर्पण पर कहा कि उन्हें गर्व महसूस हुआ कि उसने एक योद्धा की तरह आत्मसमर्पण किया है।

बता दें कि अमृतपाल 18 मार्च से फरार चल रहा था, जब पंजाब पुलिस ने उसके ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के सदस्यों पर एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी। अमृतपाल सिंह ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पैतृक गांव रोड में छिपा हुआ था। पंजाब पुलिस पहले ही अमृतपाल सिंह के खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगा चुकी है। पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल सिंह तथा उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के सदस्यों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की थी जिसके बाद से वह फरार था। अमृतपाल तथा उसके साथियों पर विभिन्न वर्गों के बीच वैमनस्य पैदा करने, हत्या का प्रयास करने, पुलिसकर्मियों पर हमला करने और लोक सेवकों के काम में बाधा पैदा करने से जुड़े कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।