
पुणे। पुणे के प्रसिद्ध श्री खंडोबा मंदिर, जेजुरी में भक्तों के लिए नया ड्रेस कोड लागू किया गया है, जिसके तहत अब केवल पारंपरिक भारतीय परिधान पहनने वाले भक्तों को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। श्री मार्तंड देवस्थान ट्रस्ट द्वारा लिए गए इस निर्णय के अनुसार पुरुषों और महिलाओं दोनों को शालीन और पारंपरिक भारतीय परिधान पहनना अनिवार्य होगा, जबकि फटी हुई जींस, बरमूडा शॉर्ट्स, स्कर्ट, टी-शर्ट और अन्य आधुनिक फैशन परिधान पहनकर आने वालों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी अभिजीत देवकाटे ने बताया कि मंदिर की पवित्रता और मर्यादा बनाए रखने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। भक्तों से अपील की गई है कि वे घुटने से ऊपर के या खुले कपड़े न पहनें और मंदिर की आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक परंपरा को बनाए रखें।
“भंडारा प्रसाद उत्पादन केंद्र” की शुरुआत
ड्रेस कोड के अलावा, मंदिर ट्रस्ट ने “भंडारा प्रसाद उत्पादन केंद्र” भी शुरू किया है। इस केंद्र में भक्तों द्वारा चढ़ाए गए प्रसाद से निर्मित “भंडारा प्रसाद” सभी भक्तों को निःशुल्क दिया जाएगा। इस पहल के लिए पुणे के विलास दशरथ बलवडकर ने करीब 1 लाख का योगदान दिया है, जिससे नया प्रसाद निर्माण उपकरण स्थापित किया गया है। ट्रस्ट ने भक्तों से इस प्रसाद को श्रद्धापूर्वक स्वीकार करने की अपील की है। मंदिर प्रशासन ने भक्तों से ड्रेस कोड का सख्ती से पालन करने और मंदिर परिसर में पवित्रता बनाए रखने की अपील की है। इस नए नियम के तहत अब से केवल पारंपरिक परिधान में ही श्री खंडोबा के दर्शन संभव होंगे।