
मुंबई। महाराष्ट्र में गुरुवार से रेजिडेंट डॉक्टरों ने एक बार फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। अपनी लंबित मांगें पूरी नहीं होने के कारण रेजिडेंट डॉक्टरों में नाराजगी है। रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा बार-बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए उन्हें मजबूरन हड़ताल करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स सेंट्रल के अध्यक्ष डॉ. अभिजीत हेल्गे ने बताया कि गुरुवार शाम 5 बजे से राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू होगी। बेहतर होस्टल सुविधा, स्टाइपेंड में बढ़ोतरी और बकाया भुगतान की मांग को लेकर राज्यभर के लगभग 8,000 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। हालांकि हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ेगा असर
रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से मुंबई समेत राज्यभर के सरकारी अस्पतालों का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। हड़ताल के दौरान सभी इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। जबकि ओपीडी और आईपीडी सेवाएं ठप रहेंगी।
इससे पहले रेजिडेंट डॉक्टर 7 फरवरी को हड़ताल पर जाने वाले थे। हालांकि, उस वक्त उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ बैठक के बाद हड़ताल स्थगित कर दी गई थी। लेकिन दो हफ्ते बाद भी कोई फैसला नहीं लिया गया है। इसलिए, रेजिडेंट डॉक्टरों ने आज से अनिश्चित काल के लिए राज्यव्यापी हड़ताल बुलाई है।