Friday, June 20, 2025
Google search engine
HomeIndiaप्रमाद में डूबी भाजपा की कुर्सी का क्या होगा?

प्रमाद में डूबी भाजपा की कुर्सी का क्या होगा?

एक समय था जब बीजेपी लगभग पूरे देश में डबल इंजन की सरकार बनाकर शासन सत्ता की धौंस दिखाती रही। वादों पर वादे, लाखों करोड़ रुपए की परियोजनाओं को शुरू करने के ऐलान के बाद लगभग 70 से 80 प्रतिशत परियोजनाएं शुरू ही नहीं हुई। जो शुरू की गई वे अधूरी ही रही। चाहे हैदराबाद और बिहार में एम्स की घोषणाएं होम चाहे हवाईअड्डे लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण होने के दावे हो उनका धरातल पर कहीं अस्तित्व ही नहीं दिखाई दिया। सारे वादे हवा हवाई ही साबित होते रहे। बीजेपी सत्ता मद में आकंठ डूबने और कोई भी परियोजना पूरी नहीं होने के बावजूद, भ्रष्टाचार में लिप्त रही और जब राज्यों में चुनाव होने लगे तो भाजपा का डेरा तंबू उखड़ गया और अब वह चंद राज्यों तक सिमट गई। इसके बावजूद पूर्व और वर्तमान सी एम ,मंत्री और नेता जनता को बीजेपी को वोट नहीं देने पर देख लेने, मिटा देने, जेल भेजने, तबाह करने की धमकियों पर उतर आए। सच तो यही है कि खुद बीजेपी, आरएसएस, गोदी मीडिया और सोशल मीडिया में लोकसभा चुनाव को लेकर किए गए सर्वे में बीजेपी पूरे देश में हारती हुई और केंद्रीय सत्ता से दूर होती दिखने लगी। अतः बीजेपी के अंदर घबराहट और बेचैनी लाजिमी है। सत्ता खोने के भय से हमेशा चुनावी मूड में रहने वाले पीएम मोदी लोकसभा के पूर्व राज्यों में जहां अभी चंद महीने बाद चुनाव होने हैं, जनता के पैसे खर्च कर रैलियां करने लाखों करोड़ लागत को परियोजनाओं की सौगात देने में लगे हैं। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारी रैलियों में जाकर 57000 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात की घोषणाएं की हैं जिनमें मध्यप्रदेश में 50000 करोड़ और छत्तीसगढ़ में 7 हजार करोड़ की परियोजनाओं का ऐलान पीएम ने कर दिया है। चाहे 2014 हो या 2019 दोनों चुनाव पूर्व पीएम ने अकेले विहार में सवा लाख करोड़ की घोषणाएं की थीं लेकिन सच तो यह है कि उन लंबी चौड़ी परियोजनाओं में 70 प्रतिशत परियोजनाएं कभी शुरू ही नहीं हुई। 80 से 90 प्रतिशत परियोजनाएं अभी भी आधी अधूरी हैं तो सवाल यह उठता है कि उन सभी परियोजनाओं का धन गया कहां?? जो उन्होंने अपनी 60 से 70 चुनावी यात्राओं में जनता को लुभाकर वोट लेने के लिए ऐलान किए थे? याद होगा 2015 में विहार विधानसभा के चुनाव पूर्व सवा लाख करोड़ रुपए के 75 ऐलान, 2020 के फिर चुनाव पूर्व 54700 करोड़ लागत की परियोजनाओं का ऐलान किया था।जिनकी संख्या 13 थी। आज 2023 में फिर जब विधानसभाओं के चुनाव पूर्व परियोजनाओं का ऐलान पीएम ने किया है तो यह जानना जरूरी हो जाता है कि राज्यों के लिए ऐलान के 10 लाख करोड़ रुपए कहां गए? आज तक नियमित होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन भारत सहित जितने भी देशों में आयोजित हुए सभी राष्ट्रों में मात्र एक ही स्थान पर किए गए लेकिन जनता के धन को बरबाद करने वाले मोदी ने जी 20 शिखर सम्मेलन कई नगरों में आयोजित किए।दिल्ली के गरीबों को उजाड़ा या परदे से ढककर अपनी फोटो लगवाकर जनता में अपनी धूमिल छवि चमकाने के लिए मंहगी गाडियां खरीदी गईं। सोने चांदी के बर्तनों में भोजन देकर देश को स्वर्णिम युग में पहुंचाने का जो दिखावा किया गया और सच छुपाने के लिए वायदन के साथ आए पत्रकारों को भगा दिया गया यही बताता है कि जो सच दुनिया को पता है उसे छुपाने का प्रयास किया गया। वायदन ने वियतनाम जाकर मीडिया के सामने मानवाधिकार हनन, सिविल सोसायटी के साथ समान व्यवहार और प्रेस को आजाद करने की मोदी को सलाह देने की बात उजागर कर दी। दुनिया मोदी का तमाशा देख रही है। मोदी की दो सबसे बड़ी ताकत है बीजेपी का आईटी सेल जो झूठी खबरें फैलाकर सोशल मीडिया में विरोधियों को बदनाम करता है दूसरी ताकत गोदी मीडिया है जो सिर्फ नफरत का जहर फैलाकर मोदी की प्रशंसा करते हुए पद पूजा किया करता है। लोकसभा चुनाव पूर्व इंडिया गठबंधन ने गोदी मीडिया का बहिष्कार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी गोदी मीडिया के झूठ और नफरती एंकरों के खिलाफ पुलिस को तीन महीने में गाइड लाइंस तैयार करने का आदेश दिया है कि कौन सी और कितनी खबर प्रेस ब्रीफिंग में मीडिया को बतानी है कितनी नहीं बतानी है, यह पुलिस सुप्रीमकोर्ट को बताए और गाइड लाइन लाकर जमा करे। अपनी हार जानकर खुद मोदी बौखला गए हैं जिस कारण स्पेशल सत्र बुलाया गया है। एजेंडा पता नहीं है लेकिन विभिन्न अखबार खबरे छाप रहे और सोशल मीडिया में बहस शुरू हो गई है। अपनी हार बचाने के लिए एक तरफ जनता को लुभाने के लिए सौगातों का ऐलान कर रहे हैं। तो दूसरी तरफ विशेष रूप से बुलाए गए संसद सत्र में चुनाव जीतने के लिए बिल पास कराने, एक देश एक चुनाव कराने के लिए लोकसभा भंग कर पांच विधानसभाओं के चुनाव संग दिसंबर 2023 में चुनाव कराने की घोषणा संभव है जिसका संकेत खुद चुनाव आयोग ने यह कहकर दे दिया है कि वह किसी भी समय चुनाव कराने को तैयार है। बीजेपी कहती है बार बार चुनाव कराने में व्यय अधिक होता है तो बीजेपी सरकार क्यों नहीं शून्य बजट वाला डिजिटल चुनाव कराता?बीजेपी खासकर मोदी जानते हैं कि राहुल गांधी पश्चिम से पूर्व की भारत जोड़ों यात्रा पर निकाल कर उन राज्यों को मथना चाहते हैं जहां चुनाव होने हैं। इसके पूर्व दक्षिण से उत्तर की भारत जोड़ों यात्रा निकालकर राहुल आम जनता के दिलों में स्थान बना चुके हैं। जिससे मोदी सरकार बुरी तरह हिल गई है। मोदी जानते हैं यदि राहुल गांधी ने दूसरी भारत जोड़ों पद यात्रा शुरू कर दी तो भाजपा सरकार का सफाया तय है। इसीलिए वे राहुल गांधी की पद यात्रा रोककर उलझाए रखना चाहते हैं। दरअसल विपक्षी गठबंधन के नाम इंडिया रखने से बुरी तरह घबराए मोदी और बीजेपी इंडिया को गरियाने, अपमानित करने के लिए सारे भ्रष्टाचारियों का समूह बताते हुए भूल जाती है कि बीजेपी ने अपने घातक हथियार ईडी के द्वारा जेल का भय दिखाकर समूचे देश के भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में मिला या साथ कर लिया है। यह मोदी का भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई के दावे को खोखला साबित करने के लिए काफी है।सच तो यह है कि मोदी नहीं चाहते कि उनकी सत्ता चली जाए। अगर सत्ता से दूर हो गए मोदी तो अदानी मोदी संबंधों भ्रष्टाचारों और जनता के धन के दुरुपयोग की फाइलें खुलनी तय है जो उनके और अडानी के लिए खतरनाक होगी। आजकल एक्टर शाहरुख खान की फिल्म जवान सर्वत्र धूम मचाकर कमाई भी खूब कर रही है। इस जवान फिल्म में जनता के रूबरू होने वाली तमाम समस्याओं पर सरकार से जनता द्वारा सवाल पूछने को प्रेरित कर रही है। किसान युवा शिक्षा रोजगार चिकित्सा और भ्रष्टाचार पर सवाल पूछने को प्रेरित कर रही है। इस फिल्म को युवा वर्ग खूब चाव से देख रहा है। बेरोजगार कृषक और बीमार भी फिल्म देखने जा रहे। सारे हाउस फुल हैं। भीड़ सिनेमाघरों के सामने लगी है। केरल फाइल जैसी फिल्म को बीजेपी ने प्रमोशन किया उसे चुनाव में भुनाने के लिए। अब जवान फिल्म पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के सीएम ने कहा, फिल्म जो सवाल उठा रही है उसे आप पार्टी ने लागू किया है। इंडिया विशेषकर कांग्रेस की शह पर बीजेपी को बदनाम करने की साजिश यह फिल्म बता रही बीजेपी तो दूसरी ओर फिल्म पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया कांग्रेस के समय घोटालों की फेहरिस्त और मोदी के नौ साल की उपलब्धि गिनाने लगे हैं। बीजेपी प्रवक्ता को जनता भाव नहीं दे रही। दूध की जली जो ठहरी।वह मोदी के शासनकाल में गोरखपुर के डॉक्टर कफिल को परेशान किए जाने को सच मानती है। शाहरुख खान द्वारा संवाद बेटे से बात करने से पहले बाप से बात कर, जनता के होठों पर चढ़ गया है। फिल्म विश्लेषक बताते हैं कि यह डायलॉग शाहरुख के बेटे को फर्जी ड्रग्स केस में फंसाने की साजिश का जवाब है। फिल्म पर इंडिया गठबंधन खामोश है। खामोशी के साथ वह मोदी की संभावित चालों का काट ढूंढने का मंथन कर रही। बीजेपी वाले इंडिया से इतना चिढ़ते हैं कि अब इंडिया का ही अपमान करने लगे हैं। सनातन धर्म पर विवाद खड़ा कर बीजेपी अपने नौ वर्षों में किए गए एक भी वादे नहीं निभाने के मुद्दे से जनता को भटकाने के लिए ही उठा रही है। हजार वर्ष गुलामी में आतताई जिस सनातन धर्म को मिटा नहीं पाए अपनी तमाम कोशिशों, साजिशों के बावजूद उसे उदयन के एक बयान से खत्म होने का भय जनता को दिखाती है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सय्यम तोड़ते हुए बेतुका बयान तक जारी किया है कि हिंदू गाय का मांस खाने को तैयार हो जाएं। भागवत जी भूल गए कि मोदी ने ही बीफ निर्यात को दुनिया में प्रथम बनाने वाला बयान दे चुके हैं। इंटरव्यू में मोदी ने स्वीकार किया है कि उनके जैन मित्र हैं जिनके देश में बड़े गौ कत्ल कारखाने हैं। आज बीफ निर्यात में भारत पिछले नौ वर्षों में पहले स्थान पर पहुंच चुका है। बीफ निर्यातकों को केंद्र सरकार सत्तर प्रतिशत छूट देती है हिंदी हिंदू हिंदुस्तान और कथित रूप से गोरक्षा के लिए कृत संकप ले चुकी है भाजपा। जवान फिल्म देश में बहुत कम बनती हैं जो आम जनता से सीधे संवाद करे। ये जवान फिल्म के युवा दर्शक जब सिनेमा हाल से बाहर आते हैं तो उनके चेहरे पर आशा का संचार होता दिखता है। अंततः प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को अधिकार है कि वे जनता में अपने बीजेपी का प्रचार करें लेकिन पार्टी के प्रचार पर जनता का धन क्यों लगाया जाए? क्यों नही पीएम सीएम और अन्य नेताओं को जनता के धन का व्यक्तिगत प्रचार में दुरुपयोग क्यों किया जाए? वक्त आ गया है कि अब से पीएम सीएम और अन्य वी आई पी लोगों द्वारा अपनी पार्टी के प्रचार किए पार्टी फंड से ही व्यय किया जाए। एक नेशन एक चुनाव तो हो सकते है जनता का चाहे जितना रुपया अपव्यय किया गया हो इस पर नजर है। अब तो विश्वगुरू मोदी को बॉयकॉट भी किया जाने लगा है।उनकी विश्वसनीयता इस कदर घट चुकी है इसे आंकड़ों द्वारा देखा जा सकता है। एक तरफ कश्मीर में हमारे जाबांज जवान शहीद हुए। उनके घरों में ही नहीं देश भर में मातम छाया हुआ है ऐसे दुख के समय भी जी ट्वेंटी की खुमारी में जश्न मनाने के दूसरे दिन मोदी पार्टी प्रचार में निकल गए। आंकड़ों पर गौर फरमाएं। मोदी ऑफिशियल फेसबुक पेज पर फोलोवरों की संख्या 48 मिलियन है लेकिन उनको देखने वालों की संख्या गिरकर मात्र 54 हजार रह गई है। ट्वीटर हैंडल की बात करें तो मोदी को चाहने वालों की संख्या 91 मिलियन है लेकिन देखने वालों की संख्या मात्र 67 हजार हो गई है।यही हाल उनके युत्यूब चैनल का भी है। जिनके फॉलोअर्स 1 करोड़ 76 लाख हैं मगर देखने वालों की संख्या सिमटकर 1 लाख पर आ गई है। शायद यह देखने वाले आईटी सेल और इसके द्वारा फर्जी बनाए गए लोग ही अब देख रहे। मोदी का करिश्मा इतना तेजी से खत्म हो जाएगा किसे पता???– लेखक जितेंद्र पाण्डेय

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments