सरोज कुमार मिश्र
कृत्रिम बुद्धिमत्ता का जमाना है, चीन भी मैदान में आ चुका है, डीपसीक ने हलचल मचा दी है, तहलका मचा दिया है, कम लागत का नवाचार है डीपसीक, चीन की कंपनी है डीपसीक, इसे 2023 में अभियंता और उद्यमी लियांग वेनफेंग ने स्थापित किया। डीपसीक की सफलता ने अमेरिका के शेयर बाजारों को जोर का झटका दिया, शेयर नीचे आ गए, अमेरिकी कंपनियों को तगड़ा झटका लगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी झटका लगा। डोनाल्ड ट्रंप व्यवसायी भी हैं, इमारत निर्माण व्यवसाय में हैं, काले-गोरे का भेद करते हैं, लेकिन पैसे वाले चलते हैं, पैसे वालों से कोई दिक्कत नहीं। चीन की कंपनी डीपसीक ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता मॉडल जारी किया है, इसमें अग्रिम तार्किक क्षमता है, अमेरिका की तुलना में इसकी ज्यादा लागत नहीं है। दुर्लभ मृदा धातु और अभियांत्रिकी क्षमता में चीन का वर्चस्व है, डीपसीक आने वाले समय में चर्चा में रहेगा। बातचीत, कहानी, चित्र, वीडियो और संगीत सहित नई सामग्री और विचार जो बना सकता है, उसे कहते हैं जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मानव भाषा, प्रोग्रामिंग भाषा, कला, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान या किसी भी जटिल विषय को सीख सकता है जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इसके साथ ये भी जान लें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ‘प्राकृतिक इंसान’ नहीं है। डीपसीक की सफलता से चीन आत्मनिर्भर होगा, इसकी सफलता से पश्चिमी आयातों पर निर्भरता कम होगी। कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अनुसंधान और विकास के लिए पश्चिमी देशों के पास फंड की कमी नहीं है। भारत की बात करें तो इसे मूलभूत अनुसंधान की जरूरत है। सैकड़ों अनुसंधानकर्ताओं, अभियंताओं का प्रयास है डीपसीक, दो वर्षों के प्रयास में सफलता मिली। कृत्रिम बुद्धिमत्ता की दौड़ में आगे बढ़ रहा है चीन, अब इसे अनुयायी न मानें। जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अप्रत्याशित प्रतिस्पर्धा होगी, ओपन एआई के जीपीटी 4 और गूगल डीपमाइंड (जेमिनी) का वर्चस्व अब पहले की तरह नहीं रहेगा, डीपसीक ने गहरा असर डाला है। एक प्रश्न है कि डीपसीक ने सिंगापुर में तृतीय पक्षकारों के जरिए चिप निर्माता एनविडिया से सेमीकंडक्टरों को खरीदा, डीपसीक को निर्यात नियंत्रित उत्पाद नहीं मिले हैं, ऐसा कहा जा रहा है। एनविडिया को सिंगापुर से लगभग 22 प्रतिशत आय है, अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय का स्थान है सिंगापुर, अमेरिका की मुख्य कंपनियों का यहां मुख्य कार्य चलता है, यूरोपियन कंपनियों का मुख्य कार्य चलता है। नवाचार या इन्नोवेशन में बहुत आगे है चीन। डीपसीक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लियांग वेनफेंग ने प्रौद्योगिकी में महारत हासिल की है।दुनिया बदल चुकी है, रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हुए युद्ध से बहुत बड़े पैमाने पर नरसंहार हुआ, और अब अमेरिका का प्रभुत्व पहले जैसा नहीं रहेगा, दुनिया में व्यापारियों का तंत्र है, सब जगह पैसे का बोलबाला है, प्रौद्योगिकी है, धर्म का पैमाना आबादी है, दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी ईसाइयों की है, फिर मुसलमान आता है, इसके बाद बाकी सब। डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में मुसलमानों का पढ़ा गया, डोनाल्ड ट्रंप ने मुसलमानों को महत्व दिया। प्रौद्योगिकी की दुनिया में मुसलमान भी छाए हुए हैं। (लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।)