मुंबई। शिक्षा, स्वास्थ और साफ-सफाई के मामले पर मुंबई महानगरपालिका पर सब नाज करते है। लेकिन कुछ लापरवाह अधिकारी इसे झूठा साबित कर रहे है। मनपा के एक स्कूल में जहां बच्चे जमीन पर पढ़ाई करने पर मजबूर है। मुंबई उपनगर के कांदिवली पश्चिम ईरानीवाडी वार्ड क्रमांक ३० स्थित एमपीएस मनपा स्कूल में छात्र फर्श पर बैठकर शिक्षा ले रहे है। विद्यालय के कई कक्षाओं से बेंच और डेस्क नदारद है। इस बात की शिकायत पूर्व नगरसेवक लीना देहेरकर ने संबंधित अधिकारियों से किया है। स्कूल में जिस तरह की सुविधा होनी चाहिए वह नही है। आज इन्ही कारणों के चलते लोग बीएमसी स्कूलों में नाम लिखाने से कतराते है। जिसका फायदा निजी स्कूलों के संचालक उठाते है। सरकार की जिम्मेदारी होती है कि सब को शिक्षित करनेका। गरीब और कमजोर वर्ग, प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने की बस की बात नहीं है। सबसे धनी मुंबई महानगर पालिका देश के भविष्य संवारने वाले छात्रों के प्रति सौतेला व्यवहार कर रही ही। सड़क, चौराहे और दिवारों के रंग-रोगन, बिजली के पोल को रंगीन झालर लाइटों से लिपटे है। लेकिन हमारे मुंबई महानगर पालिका के पास विद्यार्थियों के प्रति संजिदा नहीं है।