मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बुधवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने के पीछे के मकसद पर सवाल उठाया और दावा किया कि हो सकता है कि कोई फाइल खोली गई हो। अब अचानक ऐसा कौन सा चमत्कार हो गया, ये तो हमें उनसे (राज ठाकरे) से पूछना चाहिए। आप अचानक पलट गए हैं और महाराष्ट्र के दुश्मनों का समर्थन कर रहे हैं, आप जनता को क्या बताएंगे? आखिर इसकी वजह क्या है? कौन सी फ़ाइल खोली गई है? शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बुधवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने के पीछे के मकसद पर सवाल उठाया और दावा किया कि हो सकता है कि कोई फाइल खोली गई हो। अब अचानक ऐसा कौन सा चमत्कार हो गया, ये तो हमें उनसे (राज ठाकरे) से पूछना चाहिए। आप अचानक पलट गए हैं और महाराष्ट्र के दुश्मनों का समर्थन कर रहे हैं, आप जनता को क्या बताएंगे? आखिर इसकी वजह क्या है? कौन सी फ़ाइल खोली गई है? उन्होंने कहा कि 1990 के दशक से उनका भाजपा के साथ करीबी रिश्ता रहा है, जब पार्टी ने अविभाजित शिवसेना के साथ गठबंधन किया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि वह सबसे पहले यह कहने वाले व्यक्ति थे कि नरेंद्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनना चाहिए। 1990 के आसपास शिव सेना ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन किया था। उसके बाद मेरी नजदीकियां बीजेपी से बढ़ीं, गोपीनाथ मुंडे, प्रमोद महाजन से भी मेरे अच्छे रिश्ते रहे।