पुणे। महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित दो विधानसभा सीट कस्बापेठ और चिंचवाड़ में रविवार को शांतिपूर्ण तरीके से उपचुनाव संपन्न हो गया। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, चिंचवाड़ विधानसभा सीट पर रविवार शाम ५ बजे तक ४१.१ प्रतिशत, जबकि कस्बा विधानसभा सीट पर ४५.२५ प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इन उपचुनावों के नतीजे राज्य में आने वाले चुनावों के लिए टोन सेट करेंगे, जिसमें नकदी से भरपूर बृहन्मुंबई नगर निगम और अन्य नागरिक निकाय चुनाव शामिल हैं। शायद यही वजह रही कि इन उपचुनावों में विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेताओं को पुरजोर तरीके से चुनाव प्रचार करते देखा गया। इन दोनों सीटों के लिए २ मार्च को मतगणना की जाएगी। बता दें कि दिसंबर २०२२ और जनवरी, २०२३ में कस्बापेठ से भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा विधायकों दिवंगत मुक्ता एस तिलक और चिंचवड से दिवंगत लक्ष्मण पी जगताप के निधन के बाद पुणे जिले की इन दो सीटों के लिए उपचुनाव हुए। भाजपा ने कस्बापेठ से हेमंत एन रसाने और चिंचवड से दिवंगत विधायक की पत्नी अश्विनी एल जगताप को मैदान में उतारा है। कस्बापेठ विधानसभा सीट पर भाजपा का कांग्रेस के रवींद्र धंगेकर के बीच मुकाबला है। कांग्रेस प्रत्याशी को एनसीपी और शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे के महाविकास अघाड़ी गठबंधन का समर्थन प्राप्त है। दोनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस उपचुनाव से दोनों गठबंधन न केवल यह अनुमान लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि राज्य में निकाय और विधानसभा चुनावों से पहले हवा किसकी तरफ चल रही है। बल्कि २०२४ में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों का अंदाजा लग जाएगा