
मुंबई। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) ने बांद्रा-वर्ली सी लिंक (बीडब्ल्यूएसएल) के लिए नई टोल संग्रह एजेंसी नियुक्त करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। मौजूदा ऑपरेटर, नागपुर स्थित अश्मी रोड कैरियर्स का एक साल का अनुबंध अगले दो महीनों में समाप्त हो रहा है। निगम ने अनुभवी फर्मों से बोलियां आमंत्रित की हैं और इसके लिए सख्त तकनीकी व वित्तीय पात्रता मानदंड तय किए हैं। अर्हता के लिए बोलीदाताओं को पिछले तीन वर्षों में एमएसआरडीसी, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) या किसी राज्य सरकार के लिए एकल अनुबंध के तहत कम से कम 16 लेन वाले टोल प्लाजा का संचालन करने का अनुभव होना चाहिए। साथ ही, उन्हें पिछले तीन वित्तीय वर्षों में औसतन 70,000 वाहनों के दैनिक यातायात को संभालने वाले फास्टैग-सक्षम टोल प्लाजा का प्रबंधन भी किया होना आवश्यक है। वित्तीय मानकों के तहत, इच्छुक फर्मों का पिछले तीन वर्षों में न्यूनतम औसत वार्षिक कारोबार ₹222.35 करोड़ और मार्च 2025 तक कम से कम ₹111.17 करोड़ की कुल संपत्ति होनी चाहिए। 2009 से संचालित बांद्रा-वर्ली सी लिंक मुंबई के पश्चिमी उपनगरों को दक्षिण मुंबई से जोड़ने वाला एक अहम उत्तर-दक्षिण कनेक्टर है। इसके कारण माहिम, दादर, प्रभादेवी और वर्ली क्षेत्रों में यातायात दबाव कम हुआ है। हाल ही में शुरू की गई तटीय सड़क परियोजना से कनेक्टिविटी और बढ़ने के बाद सी लिंक पर वाहनों की संख्या में इजाफा हुआ है। वर्तमान संशोधित टोल दरें (1 अप्रैल, 2024 से प्रभावी) कारों और जीपों के लिए एकतरफ़ा 100 रुपए, बसों के लिए 160 रुपए और वाणिज्यिक वाहनों के लिए 210 रुपए निर्धारित हैं।