Thursday, November 21, 2024
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राज्य के धार्मिक स्थल तथा शहर से सटे ग्रामीण भागों की स्वच्छता के लिए स्थाई योजना क्रियान्वित की जाएंगी- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

मुंबई। राज्य में सभी धार्मिक स्थानों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु भेंट देते हैं. उनके श्रद्धा स्थान को स्वच्छ और सुंदर रखना आवश्यक है. धार्मिक स्थानों की स्वच्छता और सफाई के लिए स्थाई योजना क्रियान्वित करने की तथा उसके लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराने की घोषणा मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे ने की. उन्होंने कहा कि २२ जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठापना हमारे लिए अभिमान की बात है, इस पर आनंद व्यक्त करना चाहिए. आज मुख्यमंत्री के आधिकारिक सरकारी आवास वर्षा पर राज्य के धार्मिक स्थानों की स्वच्छता अभियान के क्रियान्वयन, शहरी और ग्रामीण भागों में डीप क्लीनिंग अभियान तथा महिला सशक्तिकरण अभियान को लेकर समीक्षा बैठक संपन्न हुई. इस अवसर पर मुख्यमंत्री बोल रहे थे. बैठक में राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत सहित विभिन्न विभागों के सचिव, संभागीय आयुक्त, जिलाधीश, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, महानगर निगमों के आयुक्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे. मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि, धार्मिक स्थानों की इमारतों की सफाई संबंधित ट्रस्ट के माध्यम से की जाती है परंतु बाहर का भाग अस्वच्छ रहता है जिसके कारण आने वाले श्रद्धालुओं को कठिनाइयां होती है. इस बात का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री श्री. मोदी ने धार्मिक स्थानों की स्वच्छता और सुंदरता बनाए रखने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री की अपील का समर्थन करते हुए राज्य में तत्काल जिलाधीश की पहल से धार्मिक स्थानों की सफाई मुहिम क्रियान्वित करें साथ ही मंदिर के परिसर में विशेष स्वच्छता अभियान चलाएं और प्रकाश व्यवस्था करें. मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह के भीतर यह परिवर्तन करने के निर्देश दिए. साथ ही धार्मिक स्थानों पर स्थाई रूप से स्वच्छता के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से विशेष योजना बनाने के लिए तथा उसके क्रियान्वयन के लिए जिला नियोजन समिति के माध्यम से धन उपलब्ध कराने की सूचना दी. इस योजना के लिए राजस्व विभाग के माध्यम से नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर राज्य स्तर से इस की देखरेख करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए.
छात्रों को दिए जाएँगे ७० करोड़ के पुरस्कार
इस अभियान में दो करोड़ छात्र सहभागी होने वाले हैं इसलिए उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ७० करोड रुपए के पुरस्कार दिए जाने हैं. साथ ही पाठशालाओं के सक्षमीकरण के लिए कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सी एस आर) फंड अर्थात सामाजिक दायित्व निधि के माध्यम से शालाओं को दत्तक लेना, डिजिटल क्लासरूम, साइकिल वितरण जैसे पहला क्रियान्वित किए जाएंगे. इस अभियान को सफल करने के लिए शिक्षा क्षेत्र में अच्छे काम करने वाले जिलों का अध्ययन करने की अपील भी मुख्यमंत्री ने की. इस बैठक में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री माझी शाळा, सुंदर शाळा अभियान को लेकर मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी अमित हुक्केरिकर ने प्रस्तुतीकरण किया.

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