New Delhi: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के फिलहाल राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने रहने की संभावना है. सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने उनके इस्तीफे पर फैसला नहीं किया है, जो उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ते समय दिया था. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव (AICC) जयराम रमेश ने खड़गे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे न केवल कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में, बल्कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी विपक्षी दलों के साथ काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि शनिवार शाम सोनिया गांधी के आवास पर हुई संसदीय रणनीति समूह की बैठक में नेता प्रतिपक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे के बने रहने पर कोई चर्चा नहीं हुई.
संसदीय दल की प्रमुख करेंगी फैसला
जयराम रमेश ने कहा कि सोनिया गांधी हमारे संसदीय दल की अध्यक्ष हैं और मल्लिकार्जुन खड़गे हमारी पार्टी के अध्यक्ष हैं. इस मुद्दे पर समिति की बैठक में चर्चा नहीं की जा सकती. जो भी कदम उठाया जाना है, वह हमारे संसदीय दल की प्रमुख तय करेंगी.
सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा
दरअसल मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ते समय अक्टूबर में सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा था. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं और वे संसद के शीतकालीन सत्र में संभवत: शामिल नहीं होंगे, इसलिए इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. इस पद के दावेदारों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, पी चिदंबरम और के सी वेणुगोपाल शामिल हैं.
‘एक व्यक्ति, एक पद’ का सिद्धांत
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होने वाला है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में जारी रहने पर ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के सिद्धांत पर सवाल उठने लगे हैं. माना जा रहा है कि अगर पार्टी नेता प्रतिपक्ष के रूप में खड़गे को जारी रखने का फैसला करती है, तो यह ‘एक व्यक्ति एक पद की प्रतिबद्धता’ के सिद्धांत का उल्लंघन होगा, जिसका राहुल गांधी ने भी समर्थन किया था.