मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने धन शोधन के एक मामले में पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल को समन जारी किये जाने के खिलाफ दक्षिण मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय के बाहर सोमवार को प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि केंद्र सरकार और ईडी ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ की भावना से प्रेरित होकर काम कर रहे हैं। जयंत पाटिल अब दिवालिया हो चुकी वित्तीय सेवा कंपनी आईएलएंडएफएस में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। ईडी का कार्यालय दक्षिण मुंबई में राकांपा के बलार्ड एस्टेट स्थित कार्यालय के नजदीक है। गांधी टोपी पहने और हाथों में तख्तियां और बैनर लिए प्रदर्शनकारी राकांपा प्रमुख शरद पवार का एक बड़े आकार का कट-आउट भी लिए हुए थे। राकांपा के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और ईडी पर ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ की भावना से प्रेरित होकर काम करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। इससे पहले दिन में पाटिल ने ईडी के समक्ष पेश होने से पहले संवाददाताओं से कहा मैं विपक्ष का हिस्सा हूं और इस प्रकार की परेशानी का सामना करना होगा। मैंने आईएलएंडएफएस का नाम पहले कभी नहीं सुना लेकिन ईडी के अधिकारियों ने मुझे पेश होने के लिए कहा है। मैं उनके प्रश्नों का कानूनी दायरे में जवाब देने की कोशिश करूंगा। सात बार के विधायक और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री पाटिल ने कहा मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने और अधिकारियों को अपना काम करने देने की अपील करता हूं। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से भयभीत नहीं होने का भी आग्रह करता हूं। पाटिल के समर्थकों की भीड़ के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं तथा ईडी के कार्यालय की ओर जाने वाले मार्ग पर अवरोधक लगाए हैं।