डॉ अंशुमान अग्निहोत्री
उन्नाव, उत्तर प्रदेश। स्वास्थ्य विभाग और स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफ़ॉर) के सहयोग से शुक्रवार को ब्लॉक फतेहपुर चौरासी के आरोग्य मंदिर माथर में फ़ाइलेरिया रोगियों को रुग्णता प्रबंधन एवं दिव्यांगता उपचार (एमएमडीपी) प्रशिक्षण दिया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अंजू ने पीएसपी (पेशेंट स्टेकहोल्डर प्लेटफॉर्म) सदस्यों और 13 फ़ाइलेरिया रोगियों को साफ-सफाई और व्यायाम के महत्व की जानकारी दी और एमएमडीपी किट वितरित की। इन 13 रोगियों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर से फ़ाइलेरिया रोधी दवा भी दिलाई गई। सीएचओ ने व्यायाम करके दिखाया और बताया कि नियमित व्यायाम से फाइलेरिया प्रभावित अंगों की सूजन कम होती है। उन्होंने एमएमडीपी किट में शामिल बाल्टी, साबुन, मग, तौलिया और एंटीसेप्टिक क्रीम के सही इस्तेमाल के निर्देश दिए।
आईडीए अभियान 10 फरवरी से 25 फरवरी तक
ग्राम प्रधान राम बाबू ने बताया कि फ़ाइलेरिया मच्छरों से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है, जिसका बचाव मच्छरों से बचाव और साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा के सेवन से संभव है। 10 फरवरी से 25 फरवरी तक जनपद में सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान चलाया जाएगा, जिसमें सभी को दवा लेने की अपील की गई।
इस कार्यक्रम में ग्राम प्रधान राम बाबू, पंचायत सहायक राम जानकी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शिव कली, आशा संगिनी रंजना, 11 आशा कार्यकर्ता, 13 फ़ाइलेरिया मरीज और सीफ़ॉर के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।