मुंबई। महाराष्ट्र राज्य में जलविद्युत उत्पादन के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया गया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में महाराष्ट्र सरकार ने सात प्रमुख ऊर्जा कंपनियों के साथ जलविद्युत पंप भंडारण परियोजनाओं के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का उद्देश्य राज्य में कुल 40,870 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता स्थापित करना है। इसके लिए 2 लाख 14 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को तीन ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद करेगा। इस परियोजना से 72 हजार से अधिक नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। यह परियोजना महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट में स्थित जल संसाधनों का उपयोग कर ऊर्जा का उत्पादन करेगी। इसके तहत जलविद्युत के साथ-साथ टिकाऊ ऊर्जा उत्पादन पर भी जोर दिया गया है। समझौते में शामिल कंपनियों में एनटीपीसी, वेलस्पन न्यू एनर्जी, एनएचपीसी, रिन्यू हाइड्रो पावर, टीएचडीसी इंडिया, टोरेंट पावर, और अदानी ग्रीन एनर्जी शामिल हैं। इस अवसर पर फडणवीस ने कहा कि यह पहल राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ पर्यावरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इससे महाराष्ट्र के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। यह पहल महाराष्ट्र को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे राज्य के नागरिकों के लिए न केवल बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित होगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।