
मुंबई में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री यानी बाबा बागेश्वर धाम के दो दिवसीय प्रवचन का आयोजन किया गया है। मीरा रोड के सालासर सेंट्रल पार्क मैदान पर आयोजित इस कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से भक्त पहुंच रहे है।
इसी बीच पुलिस ने दिव्य दरबार के आयोजकों को एक नोटिस भेजा है। इस नोटिस में पुलिस की तरफ से कहा गया है कि उपदेशक कोई भी ऐसा विवादित बयान न दें, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो जाए।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का हो रहा विरोध
अंधविश्वास विरोधी संगठनों और विपक्षी दलों ने मीरा रोड में आयोजित संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम का विरोध किया है। इन समूहों ने 17 मार्च को स्थानीय पुलिस को ज्ञापन सौंपकर कार्यक्रम की अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया था। इस विरोध को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने 18 मार्च की दोपहर आयोजकों को नोटिस जारी कर यह सुनिश्चित करने को कहा था कि शास्त्री कार्यक्रम के दौरान किसी तरह की भड़काऊ टिप्पणी न करें।
एनसीपी विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने एक ट्वीट में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संत तुकाराम महाराज का अपमान करने वाले का प्रवचन महाराष्ट्र में हो रहा है। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने हाल ही में राज्य सरकार को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि धार्मिक नेता को राज्य में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाए। कांग्रेस नेता ने उन पर तुकाराम महाराज का अपमान करने और उनके लाखों भक्तों को नाराज करने का आरोप लगाया।
‘धर्म का विरोध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा’
बागेश्वर धाम सरकार कहे जाने वाले शास्त्री के मध्य प्रदेश के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी काफी अनुयायी हैं। 18 मार्च को अपने कार्यक्रम के दौरान बागेश्वर धाम प्रमुख ने कहा कि धर्म का विरोध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे भारत को भगवान राम का भारत बनाया जाएगा। मैं जानता हूं कि वे मुझे नहीं बख्शेंगे, लेकिन हम भी उन्हें नहीं बख्शेंगे।
महिलाओं के गहने हुए चोरी
इस बीच, 36 महिलाओं ने शिकायत की है कि शास्त्री के चार घंटे के प्रवचन के दौरान जेबकतरों ने उनकी सोने की चेन चोरी कर ली है। स्थानीय पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, इन सभी महिलाओं ने चोरी होने की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई है।
सत्संग कार्यक्रम के दौरान सोने की चेन या मंगलसूत्र का हार चोरी हुई है। मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस आयुक्तालय से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, इन चोरी के सामानों का कुल मूल्य 4.87 लाख रुपये है। अधिकारी ने कहा, ‘पीड़ितों ने थाने का घेराव किया, जिसके कारण वहां कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। इस बीच, पुलिस को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।’