मुंबई। बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता गोविंदा एक चौंकाने वाली घटना का शिकार हुए, जब उनकी लाइसेंसी रिवॉल्वर से गलती से गोली चल गई और उनके पैर में लग गई। फिलहाल, अभिनेता सुरक्षित हैं और उनके पैर से गोली निकाल दी गई है। हालांकि, इस घटना ने सुरक्षा और हथियारों के इस्तेमाल से जुड़े कई सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर रिवॉल्वर के मैकेनिज्म पर।
कैसे चली गोली?
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि गोविंदा अपने रिवॉल्वर को साफ कर रहे थे, तभी यह उनके हाथ से गिर गई और गोली चल गई। इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि रिवॉल्वर से गोली बिना ट्रिगर दबाए कैसे चल सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि रिवॉल्वर का डिज़ाइन ऐसा होता है कि इससे अपने आप गोली चलने की संभावना न के बराबर होती है। रिवॉल्वर में फायर तभी होता है, जब ट्रिगर पूरा दबाया जाता है, और हैमर पूरी ताकत के साथ गोली पर प्रहार करता है।
रिवॉल्वर और पिस्टल का अंतर
रिवॉल्वर और पिस्टल दोनों में कार्यप्रणाली का बड़ा अंतर होता है। रिवॉल्वर में गोली चलाने के लिए ट्रिगर को जोर से दबाना पड़ता है, जबकि पिस्टल का ट्रिगर काफी स्मूथ होता है और हल्के दबाव से भी फायर हो सकता है। यही कारण है कि रिवॉल्वर को सबसे सुरक्षित हथियार माना जाता है, क्योंकि बिना ट्रिगर दबाए इससे गोली नहीं चल सकती।
तकनीकी खराबी की संभावना?
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि रिवॉल्वर से अपने आप गोली चलने की संभावना 99% तक नहीं होती। केवल 1 प्रतिशत संभावना होती है कि स्प्रिंग में खराबी या कोई तकनीकी खामी के कारण ऐसा हो सकता है। हालांकि, यह एक अत्यंत दुर्लभ मामला है। घटना के बाद गोविंदा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनके पैर से गोली निकाल दी गई है। उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है और जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद है।
यह घटना अभिनेता के प्रशंसकों और फिल्म इंडस्ट्री में सुरक्षा को लेकर चर्चा का विषय बन गई है। रिवॉल्वर जैसे हथियारों के इस्तेमाल में सावधानी बरतने की जरूरत है, खासकर जब यह लाइसेंसी हो। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए हथियारों के रखरखाव और उपयोग के समय अतिरिक्त सतर्कता बरती जानी चाहिए। यह देखना बाकी है कि इस घटना के पीछे क्या तकनीकी कारण थे, और क्या भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोई कदम उठाए जाएंगे।