
शेयर ट्रेडिंग ठगी और अमेरिका में रैनसमवेयर हमलों का खुलासा
मुंबई। नवी मुंबई साइबर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर तुर्भे के मिलेनियम पार्क परिसर में छापा मारकर फर्जी कॉल सेंटर चला रहे 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से ठगी करने के साथ-साथ अमेरिका में नागरिकों पर रैनसमवेयर हमले भी कर रहे थे। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने करीब 71 बैंक खातों का इस्तेमाल कर देशभर के लोगों से लगभग 12 करोड़ रुपये की ठगी की, जो 31 अलग-अलग शिकायतों से जुड़े पाए गए। आरोपी खुद को The Wealth Growth, The Capital Services, Sigma, Trade Knowledge Services और Stock Vision जैसी फर्जी कंपनियों का प्रतिनिधि बताकर लोगों को निवेश के लिए झांसा देते थे। तकनीकी जांच में व्हाट्सऐप चैट और बैंक डिटेल्स बरामद हुईं, जिनमें पीड़ित रिफंड की मांग कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि रात के समय यही कॉल सेंटर अमेरिका के नागरिकों को निशाना बनाता था, जहां मालवेयर और रैनसमवेयर के माध्यम से पीड़ितों के कंप्यूटर फ्रीज कर दिए जाते थे और स्क्रीन पर फर्जी माइक्रोसॉफ्ट एरर व कस्टमर केयर नंबर दिखाकर आरोपी खुद को माइक्रोसॉफ्ट का तकनीकी कर्मचारी बताकर पैसे वसूलते थे। छापेमारी के दौरान 38 मोबाइल फोन, 21 सीपीयू, 5 लैपटॉप, 5 एसएसडी और 1 जीएसएम सर्वर जब्त किए गए, जबकि कुल 108 डेस्कटॉप सिस्टम मौके पर पाए गए। मुख्य आरोपियों में संजय शिक्रे, गगन थप्पर और अक्षय शर्मा के नाम सामने आए हैं। आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 319(2), 61(2) और आईटी एक्ट की धारा 66(C) व 66(D) के तहत मामला दर्ज कर सभी को 23 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार यह एक संगठित और बड़ा साइबर अपराध नेटवर्क है, जिसमें कई अन्य आरोपी अब भी फरार हैं और मामले की विस्तृत जांच एपीआई विशाल पाटिल के नेतृत्व में जारी है।




