
सातारा। श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी यात्रा 26 जून 2025 को सातारा जिले में पहुंचेगी और 30 जून को सोलापुर जिले में प्रवेश करेगी। इस अवसर पर वारकरियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। लोणंद, तरडगांव, फलटण और बारड जैसे प्रमुख पड़ाव स्थलों पर व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु राज्य के पर्यटन, खान और पूर्व सैनिक कल्याण मंत्री तथा सातारा जिले के पालक मंत्री शंभुराज देसाई की अध्यक्षता में लोणंद नगर पंचायत हॉल में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में राहत एवं पुनर्वास मंत्री मकरंद पाटिल, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वास सिद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैशाली कडुकर, फलटण व खंडाला तहसील के अधिकारी, लोक निर्माण विभाग, नगर पंचायत के प्रमुख और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। पालकमंत्री देसाई ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करना चाहिए और पालकी मार्ग पर चल रहे निर्माण, बिजली, पानी, शौचालय, स्वास्थ्य, ईंधन आपूर्ति व सफाई आदि कार्यों को निर्धारित समय में पूर्ण करना चाहिए ताकि वारकरियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने जिला नियोजन विभाग से लोणंद नगर पंचायत को निधि प्रदान करने की बात भी कही। पालकी मार्ग पर टैंकरों के माध्यम से स्वच्छ पानी, स्थिर चिकित्सा दल, दवाइयों का भंडार, सर्पदंश व कुत्ते के काटने की दवाएं और एम्बुलेंस की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग को सर्दी, बुखार, खांसी जैसी शिकायतों वाले वारकरियों के लिए दवा और तुरंत उपचार की व्यवस्था करने को कहा गया। महावितरण को पूरे पालकी मार्ग पर सतर्क रहकर बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी और आवश्यक होने पर जनरेटर उपलब्ध कराने होंगे। वहीं, पालकी यात्रा के गुजरने के बाद नगर पालिकाओं व जिला परिषदों को तुरंत सफाई का काम शुरू करने के निर्देश दिए गए। सभी शौचालयों की स्वच्छता, अस्थायी शौचालयों की व्यवस्था और बिजली की आपूर्ति पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। भीड़ नियंत्रण हेतु पुलिस विभाग को अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती करनी होगी। पुनर्वास मंत्री मकरंद पाटिल ने सुझाव दिया कि पालकी प्रमुखों से समन्वय रखा जाए और निजी अस्पतालों में 10 प्रतिशत बेड आरक्षित किए जाएं। पड़ाव स्थलों पर शाम के समय पर्याप्त रोशनी और आपातकालीन निकासी मार्ग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस वर्ष वारकरियों की सुविधा के लिए पहली बार खंडाला और फलटण पंचायत समिति द्वारा गांववार सुविधा जानकारी और मार्गदर्शन हेतु क्यूआर कोड सेवा शुरू की गई है। इस सेवा के माध्यम से प्रत्येक गांव में उपलब्ध शौचालय, महिला शौचालय, स्वास्थ्य सेवाएं, पानी, आवास, पेट्रोल पंप, संपर्क अधिकारी की जानकारी और गूगल मैप लोकेशन एक क्लिक पर उपलब्ध होगी। पालकमंत्री देसाई ने निर्देश दिया कि यह क्यूआर कोड हर गांव और प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर प्रकाशित किया जाए ताकि श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों को मार्गदर्शन में आसानी हो। इस व्यापक समीक्षा और तैयारियों के माध्यम से शासन और प्रशासन इस वर्ष की श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी यात्रा को सुव्यवस्थित, सुरक्षित और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाने की दिशा में पूरी गंभीरता से काम कर रहा है।